बृजेश यादव, नई दिल्ली; देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना के बढ़ते कहर के बीच हालात बिगड़ने लगे हैं। दिल्ली में कोरोना वायरस के मामलों में अधिक वृद्धि होने से तमाम अस्पतालों में एडमिट होने वाले मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है। लोक नायक जय प्रकाश नारायण (एलएनजीपी) अस्पताल के प्रशासन ने कहा कि अधिकाधिक संख्या में महामारी से ग्रस्त लोग अस्पतालों में भर्ती हो रहे हैं।
राष्ट्रीय राजधानी में पिछले तीन हफ्तों में महामारी के मामलों में काफी बढ़ोत्तरी देखी गई है। बीते 24 घंटे में 3,500 से अधिक मामले दर्ज हुए हैं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस बात को स्वीकार किया है कि शहर महामारी की चौथी लहर का सामना कर रहा है, हालांकि पिथले दिनों उन्होंने लॉकडाउन लागू करने की बात से इंकार कर दिया।
एलएनजीपी में चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉ. रितु सक्सेना ने कहा, “अस्पताल में पिछले तीन से चार दिनों में एडमिट हो रहे मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है। इस वक्त अस्पताल में भर्ती हो रहे मरीजों में से अधिकतर की हालत गंभीर है। हालांकि इससे यह नहीं कहा जा सकता है कि अस्पताल में होने वाली मौत की संख्या में भी इजाफा हो रहा है।”
उन्होंने कहा, “बीते साल हमारा अस्पताल कोविड-19 के मरीजों का इलाज करने वाले सबसे बड़े अस्पतालों में से एक रहा है। अस्पताल में वर्तमान स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त इंतजाम है। हमारे पास फिलहाल 300 बेड है।”
दिसंबर में राष्ट्रीय राजधानी में मामलों की संख्या में कमी आने के बाद एलएनजीपी सहित शहर के विभिन्न अस्पतालों को नॉन-कोविड फेसिलिटी में तब्दील कर दिया गया। एलएनजीपी में पहले कोविड-19 के 2,000 बेड थे। डॉ. रितु सक्सेना ने कहा, “अगर राजधानी में कोरोनावायरस महामारी के मामलों में अधिक वृद्धि देखने को मिलती है, तो आने वाले समय में बेडों की संख्या में भी इजाफा किया जाएगा।”