नयी दिल्ली: कांग्रेस ने राफेल मामले को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला जारी रखते हुए शुक्रवार को फिर कहा कि इस मामले की पूरी सच्चाई संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) जांच से सामने आ सकती है। राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘पिछले साल हमारी पूरी पार्टी और कांग्रेस अध्यक्ष ने देश के सबसे बड़े रक्षा घोटाले के बारे में ध्यान आकर्षण करने की कोशिश की। इस घोटाले पर प्रधानमंत्री जी और सरकार ने पर्दा डालने की कोई कोशिश की। वे जितनी बार दबाने की कोशिश करते हैं उतनी बार यह ज्वालामुखी तरह बनकर सामने आता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘सरकार और किसी एजेंसी से अपेक्षा नहीं है। तमाम एजेंसियां रबर स्टैंप बन गई हैं। यहां तक कि इस सरकार ने उच्चतम न्यायालय को गुमराह किया। मैं चाहता हूं कि जो सरकार संसद और पीएसी के बारे में गलत हलफनामा दे, उसे हटा देना चाहिए।’’
जेपीसी से जांच हो
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आजाद ने कहा, ‘‘जो सरकार उच्चतम न्यायालय को गुमराह करे उससे हम क्या अपेक्षा कर सकते हैं कि वह इंसाफ करेगी। इसलिए हम चाहते हैं कि जेपीसी से जांच हो।’’ अतीत में कई मामलों की जांच के लिए जेपीसी गठित होने का उल्लेख करते हुए आजाद ने कहा, ‘‘पुरानी सरकारों यहां तक कि भाजपा की सरकार ने भी विपक्ष की मांग पर जेपीसी बनाई। लेकिन यह सरकार नहीं बना रही। जिसने चोरी की होती है वो जांच से डरता है।’’
जो बातें सरकार बोल रही है वो सत्य से दूर
लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, ‘‘संसद में झूठ बोलने के साथ ही सरकार ने उच्चतम न्यायालय में झूठ बोला है। जो बातें सरकार बोल रही है वो सत्य से दूर है। इसलिए हम जेपीसी मांग रहे हैं। जेपीसी की जांच से दूध का दूध, पानी का पानी हो जाएगा।’’ पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ‘‘राफेल के भ्रष्टाचार की परतें रोज खुल रही हैं। मनोहर पर्रिकर जी कमरे में कौन से राज हैं उसका जवाब प्रधानमंत्री दें।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह साफ हो गया है कि रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों और बातचीत में शामिल रहे अधिकारियों ने राफेल की फाइल को मंजूरी देने से इनकार किया। लेकिन मोदी जी ने किसी का नहीं सुनी।’’