नई दिल्ली: आधार पर मंगलवार को आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद कांग्रेस ने भाजपा पर तगड़ा हमला बोला। इधर तृणमूल कांग्रेस ने भी इस फैसले पर खुशी जताई है। कांग्रेेेस नेे कहा कि आधार एक्ट के आर्टिकल 57 को रद करना सही है, हम इसका स्वागत करते हैं। इस धारा को रद करने से अब प्राइवेट पार्टियों को इसके इस्तेमाल से दूर कर दिया गया है। कोर्ट के इस कदम से भाजपा को झटका लगा है।
भाजपा के मुंह पर तमाचा
सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार की प्रमुख आधार योजना संवैधानिक रूप से मान्य घोषित कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के तुरंत बाद ट्विटर पर कांग्रेस के प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कांग्रेस की तरफ से प्रतिक्रिया जारी की। उन्होंने फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि कोर्ट ने आधार एक्ट से आर्टिकल 57 को हटाकर इसके गलत इस्तेमाल पर रोक लगा दी है। अब कोई भी निजी एजेंसी अपने किसी भी प्रकार के सत्यापन के लिए इसका इस्तेमाल नहीं कर सकेंगी। सुप्रीम कोर्ट के इस ताजा फैसले को उन्होंने भाजपा के खिलाफ बताते हुए कहा कि यह भाजपा के मुंह पर तमाचा है।
आधार एक्ट के आर्टिकल 57 रद्द
कोर्ट ने अपने फैसले में आधार एक्ट के आर्टिकल 57 को रद्द कर दिया है। इससे अब कोई भी निजी कंपनी इसका इस्तेमाल नहीं कर सकेंगी ना ही किसी से इसकी मांग कर सकती हैं। डेटा सुरक्षा को लेकर जस्टिस सीकरी ने केंद्र से कहा कि जितनी जल्दी हो सके मजबूत डेटा संरक्षण कानून लागू करें।
आधार की आत्मा सुरक्षित
अभिषेक मनु सिंघवी ने आगे कहा कि कोर्ट के फैसले से आधार की आत्मा सुरक्षित हो गई है बाकी गंदगी को कोर्ट ने हटा दिया। सिंघवी ने फैसले को लेकर पीएम मोदी पर तंज भी कसा और कहा बच्चे को गंदे पानी से बचा लिया है। मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा की अध्यक्षता में शीर्ष अदालत के पांच न्यायाधीशों की संविधान खंडपीठ ने फैसला सुनाते हुए कहा कि आधार समाज के हाशिए वाले वर्गों तक पहुंचने में मदद करने के लिए है, न की किसी के फायदे के लिए।
From day one we have fought for this. Not linking #Aadhaar to mobile phones, bank accounts and others is a great relief for the common people. My best wishes to all.
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) September 26, 2018
तृणमूल कांग्रेस ने भी जताई खुशी
इधर तृणमूल कांग्रेस ने भी इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि आर्टिकल 57 को हटा कर कोर्ट ने अच्छा कदम उठाया है। अब किसी भी गैर सरकारी संस्था जैसे बैंक, स्कूल और मोबाइल कंपनी को आधार देने की जरूरत नहीं है। तृणमूल कांग्रेस ने यह प्रतिक्रिया अपने ट्विटर हैंडल पर दी है।