नई दिल्ली: जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में सोमवार की शाम छात्रों के दो गुटों में जमकर मारपीट हुई। हमला कर एक गुट कैंपस स्थित मस्जिद में छिप गया तो दूसरे गुट के छात्र बदला देने के लिए वहां जमा हो गए। दो-तीन घंटे की जद्दोजहद के बाद विवि प्रशासन ने पुलिस सुरक्षा में मस्जिद में छिपे छात्रों को बाहर निकाला। पता चला कि दोनों गुट के छात्र नूंह (मेवात) और मुजफ्फरनगर के रहने वाले हैं और इनमें पहले से रंजिश चलती है। कैंपस के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
माहौल तनावपूर्ण
प्राप्त जानकारी के अनुसार, कैंपस में सोमवार शाम करीब पांच बजे पश्चिमी यूपी के मुजफ्फरनगर और हरियाणा के नूंह (मेवात) के छात्र गुटों में हिंसक झड़प हो गई। इसमें मुजफ्फरनगर के कुछ छात्रों को गंभीर चोटें आईं तो बदला लेने के लिए उन्होंने नूंह गुट के छात्रों को दौड़ाया। नूंह गुट के छह-सात छात्र भागकर कैंपस में ही बनी एसआरके मस्जिद में छिप गए। उन्हें बाहर निकालने के लिए मुजफ्फरनगर गुट के दर्जनों छात्र मस्जिद के बाहर जमा हो गए। वे छात्रों से बदला लेने के लिए उन्हें मस्जिद से बाहर निकालने की कोशिश कर रहे थे। इससे माहौल तनावपूर्ण हो गया।
पुलिसकर्मियों के सामने ही दूसरे गुट को देख लेने की धमकी
विवि प्रशासन के तमाम समझाने के बावजूद छात्र वहां से नहीं हटे। शाम करीब सात बजे तक हंगामा होता रहा। मामला बढ़ता देख कैंपस के गेट नंबर आठ पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया। विवि प्रशासन ने बड़ी मुश्किल से मस्जिद में छिपे छात्रों को एक कार में बैठाकर बाहर निकाला। लेकिन, गेट पर पहुंचते ही कार में बैठे छात्रों ने गुंदागर्दी दिखानी शुरू कर दी। सैकड़ों पुलिसकर्मियों के सामने ही दूसरे गुट के छात्रों को देख लेने की धमकी दी। पुलिस के सामने ही ये छात्र गाली देते हुए कार से बाहर निकले। बाद में इन सबको जामिया नगर थाने ले जाया गया।
आधिकारिक पुष्टि नहीं
मौके पर मौजूद कुछ छात्रों ने विवि प्रशासन पर नूंह गुट के छात्रों की तरफदारी करने का आरोप लगाया। कहा कि यह गुट अक्सर गुंडागर्दी करता है लेकिन प्रशासन कार्रवाई नहीं करता है। छात्रों ने बताया कि इन दोनों गुटों में काफी पहले से रंजिश चल रही है। दोनों ही गुटों की तरफ से मारपीट के लिए बाहरी लड़के भी आए थे। जामिया के जनसंपर्क विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि पश्चिमी यूपी के मुजफ्फरनगर व हरियाणा के नूंह (मेवात) के छात्रों के गुट भिड़े हैं। हालांकि उन्होंने इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है।