दक्षिण एशिया मामलों के विशेषज्ञ और अमेरिकी खुफिया एजेंसी CIA के पूर्व ऐनालिस्ट ने पाकिस्तान चुनाव के नतीजों को लेकर विश्व समुदाय को चेतावनी दी है। ब्रुस रीडेल ने चेतावनी दी है कि दुनिया का सबसे खतरनाक देश अब और ज्यादा खतरनाक होने वाला है क्योंकि पूर्व क्रिकेटर इमरान खान सत्ता में आ रहे हैं। दूसरी तरफ, ट्रंप प्रशासन ने कहा है कि वह पाकिस्तान की नई सरकार के साथ काम करने की राह देख रहा है।
इमरान खान पाकिस्तानी सेना की कठपुतली
इमरान खान को आम तौर पर पाकिस्तानी सेना की कठपुतली के तौर पर देखा जाता है। CIA के पूर्व ऐनालिस्ट ब्रुस रीडेल के मुताबिक इमरान खान ऐसे शख्स हैं जो पाकिस्तान की समस्याओं के लिए अमेरिका को दोषी ठहराते रहे हैं। रीडेल ने इमरान को ‘दक्षिण एशिया का सबसे बड़ा अमेरिका-विरोधी नेता’ बताया है।
खान सेना के सबसे मुखर समर्थक
रीडेल ने कहा, ‘खान सेना के सबसे मुखर समर्थक हैं और ISI के संरक्षण में इस्लामी मूवमेंट के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। वह अकसर अमेरिका की आलोचना करते रहते हैं और आरोप लगाते हैं कि यूएस पाकिस्तान को एक पायदान के तौर पर इस्तेमाल करता है।’ रीडेल ने एक आर्टिकल में लिखा है कि इस बात के ‘पुख्ता सबूत’ हैं की सेना इमरान खान का समर्थन कर रही है। खान सत्ता में आए, इसके लिए सेना उनके प्रतिद्वंद्वियों को डरा-धमका रही है, प्रेस को कुचल रही है। हालांकि रीडेल ने कहा कि सेना और इमरान खान का गठबंधन बहुत लंबा नहीं चलेगा।
उनकी पहचान आजादी और अस्थिरता के लिए
डेली बीस्ट में रीडेल ने लिखा, ‘मैं जब खान से मिला था तो उनके दृढ़ निश्चय से प्रभावित हुआ था। यहां तक कि कॉन्सपिरेसी थिअरीज की तरफ उनके झुकाव से भी प्रभावित हुआ भले ही ये थिअरीज कितनी भी गैरजिम्मेदार हों। उनकी पहचान आजादी और अस्थिरता के लिए है। उनका राजनीतिक आंदोलन बहुत हद तक कल्ट ऑफ पर्सनैलिटी है। जनरलों को उन्हें काबू करना मुश्किल हो सकता है।’
इस बीच, अमेरिका के विदेश विभाग ने पाकिस्तान में सत्ता परिवर्तन की प्रक्रिया का सतर्क स्वागत किया है, जो अभी अधूरी है। विदेश विभाग ने एक बयान में कहा कि अमेरिका दक्षिण एशिया की समृद्धि, सुरक्षा और स्थायीत्व के लक्ष्यों के तहत पाकिस्तान की नई सरकार के साथ मिलकर काम करने का इच्छुक है।