पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में एक बार फिर से पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) द्वारा अतिक्रमण की खबरें आ रही हैं। मिल रही जानकारी के मुताबिक, गलवान घाटी में भारतीय और चीनी सेनाओं के बीच जहां 15 जून की रात झड़प हुई थी, वहीं पर चीनी सैनिक फिर से पहुंच गए हैं।सूत्रों के अनुसार, चीन के सैनिकों ने गलवान घाटी में पेट्रोलिंग प्वाइंट नंबर-14 पर टेंट लगा लिया है।
बता दें कि पीएलए ने इसी पेट्रोलिंग प्वाइंट पर 15 जून की रात भारतीय जवानों पर हमला किया था, जिसमें 20 जवान शहीद हो गए थे और करीब 75 जवान घायल हो गए थे। धोखे से किए गए निहत्थे भारतीय जवानों पर इस हमले के बाद से दोनों देशों के बीच तनाव अपने चरम पर पहुंच गया और एलएसी पर दोनों देशों ने भारी संख्या में फौज की तैनाती कर दी थी। सीमा पर लगातार तनाव कायम था और दोनों सेनाएं डटी हुई थीं।
हालांकि, 20 सैनिकों की शहादत के बावजूद भारत लगातार तनाव कम करने के लिए बातचीत के रास्ते पर कायम है, जिसके तहत जवानों की शहादत के बाद लगातार दोनों देशों की सेना के उच्च कमांडरों के बीच बातचीत हुई। इसी बातचीत के तहत दो दिन पहले देशों के बीच कोर कमांडर स्तर की बातचीत में दोनों देश सीमा पर तनाव कम करने के लिए तैयार हो गए थे और दोनों ने तनाव क्षेत्र से अपनी सेना हटाने कै फैसला लिया था। जिसके बाद से सेना हटाई जाने लगी थी।
लेकिन इस बीच अब फिर खबर आ रही है कि चीनी सेना ने एक बार फिर गलवान घाटी में भारतीय क्षेत्र में टेंट लगाकर अतिक्रमण कर लिया है। फिलहाल इस खबर पर सरकार की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। माना जा रहा है कि चीन की इस हरकत के बाद दोनों देशों के बीच तनाव एक फिर बढ़ेगा।