रिश्तों की दुनिया में पिता मनुष्यता के आरम्भ से अभी कुछ सदियों पूर्व तक एक रहस्य ही रहा था। विकास के लाखों सालों में यह रिश्ता परिवर्तनों के कई-कई दौर से गुजरा है। मां के ममत्व की घनी छांह तो हर युग में लगभग एक-सी ही रही है, लेकिन पिता का अपनी संतानों के साथ […]
नज़रिया
विकास की अंधी दौड़ ने शुद्ध हवा-पानी का बुनियादी हक हमसे छीन लिया- राजेंद्र वैश्य
प्रति वर्ष 5 जून को पूरी दुनिया पर्यावरण दिवस के रूप में मनाती है। इस वर्ष पर्यावरण की थीम वायु प्रदूषण निश्चित की गई है। वह शायद इस लिए कि पूरी दुनियां अंधाधुंध विकास के फेर में धरती का पर्यावरण बदतर कर आबोहवा को खतरनाक स्तर पर पहुंचा दिया है। शुरुवात विकसित देशों ने की। […]
मैं डलमऊ हूँ.. मैं बीते कल का एकमात्र गवाह हूँ- आशुतोष
मैं डलमऊ हूं. मेरे चाहने वाले अक्सर बोलते हैं कि मैं बहुत खूबसूरत हूं मेरी खूबसूरती की सादगी उनकी रगो में बस गई है जैसे-जैसे मेरी उम्र बढ़ रही है वैसे वैसे खूबसूरती जवान हो रही है। मुझे यह तो नहीं पता उम्र बढ़ने के साथ मेरी खूबसूरती जवान हो रही है या नहीं.. हां […]
वट पूजन देता है प्रकृति संरक्षण का संदेश : राजेन्द्र वैश्य
उत्तर भारत मे बरगदाही अमावस्या के नाम से प्रचलित वट सावित्री पूजा एक महत्वपूर्ण पर्व है। एक महान स्त्री सावित्री की ईश्वर के प्रति निष्ठा,अनूठे बुद्धि कौशल व पति धर्म की अद्भुत शक्ति का परिचायक है। इस पूजा से जुड़ी सावित्री-सत्यवान की कथा से हम सब भली-भांति परिचित है। सावित्री की उस महाविजय के उपलक्ष्य […]
पंडित नेहरु के अवसान पर अटल बिहारी बाजपेयी जी का संदेश !
‘आज एक सपना खत्म हो गया है। एक गीत जो खामोश हो गया है। एक लौ हमेशा के लिए बुझ गई है। यह एक ऐसा सपना था, जिसमे भूखमरी, भय, डर नहीं था, यह ऐसा गीत था जिसमे गीता की गूंज भी थी और गुलाब की महक थी। चिराग की ऐसी लौ थी जो पूरी […]
डलमऊ के लिए निराला और निराला के लिए डलमऊ वैसे ही है जैसे जिस्म और रूह
भारतीय साहित्य के हज़ारों साल के इतिहास में बस कुछ ही लोग हैं जो अपने विद्रोही स्वर, अनुभूतियों की अतल गहराईयों और सोच की असीम ऊंचाईयों के साथ भीड़ से अलग दिखते हैं। निर्विवाद रूप से सूर्यकांत त्रिपाठी निराला का नाम उनमें एक हैं। बंगाल के महिषादल जनपद मेदिनीपुर में 21 फरवरी 1896 को बसंत पंचमी के […]
राममंदिर आंदोलन स्थगित हुआ है, समाप्त नहीं हुआ – नरेन्द्र सहगल
संतों के मार्गदर्शन में चल रहे श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के आंदोलन को फिलहाल स्थगित करके विश्व हिन्दू परिषद ने एक अति महत्वपूर्ण तथा दूरदर्शितापूर्ण कदम उठाया है। यह फैसला सवा सौ करोड़ भारतीयों की एकता को बनाए रखने एवं संसार की सबसे बड़ी भारतीय लोकतंत्र प्रणाली का सम्मान करने के लिए लिया गया है। […]
अंबानी के लिए रक्षा मंत्रालय और सुप्रीम कोर्ट से भी झूठ बोला प्रधानमंत्री ने, रफाल पर हिन्दू की रिपोर्ट
एन राम ने दि हिन्दू अख़बार में रफाल डील से संबंधित जो खुलासा किया है वो सन्न कर देने वाला है। इस बार एन राम ने रक्षा मंत्रालय के फाइल का वो हिस्सा ही छाप दिया है जिसमें इस बात पर सख़्त एतराज़ किया गया था कि प्रधानमंत्री कार्यालय अपने स्तर पर इस डील को […]
अंबानी का नाम सुनते ही रिटेल ई-कामर्स जगत में सबको सांप सूंघ गया है- रवीश कुमार
भारत के सालाना 42 लाख करोड़ से अधिक के खुदरा बाज़ार में घमासान का नया दौर आया है। इस व्यापार से जुड़े सात करोड़ व्यापारी अस्थिर हो गए हैं। मुकेश अंबानी ने ई-कामर्स प्लेटफार्म बनाने के एलान ने खलबली मचा दी है। उन्होंने यह घोषणा वाइब्रेंट गुजरात में की थी। मुकेश अंबानी का नाम सुनकर […]
गोल गोल गोयल बजट- डेडलाइन का पता नहीं, केवल हेडलाइन है- रवीश
फरवरी 2019 में 29 साल का एक मज़दूर असंगठित क्षेत्र में प्रवेश करता है। 31 साल तक हर महीने 100 रुपये जमा कराता है। सरकार भी 100 रुपये जमा कराती है। 2050 में वह साठ साल का हो जाता है। तब उसे पीयूष गोयल की स्कीम के अनुसार हर महीने 3000 की पेंशन मिलेगी। उस […]