क्या जम्मू और कश्मीर में आतंक का रास्ता अख्तियार कर अपने ही निर्दोष देशवासियों और सैनिकों का क़त्लेआम मचाने वाले आतंकी सचमुच मुसलमान हैं ? वे किसी भी अर्थ में मुसलमान नहीं हो सकते। फिर माहे रमज़ान का बहाना लेकर उन्हें एक महीने तक सैन्य कार्रवाई से छूट देने का क्या अर्थ है ? अगर […]
नज़रिया
ऐसे बचेंगी नदियाँ और पर्यावरण- राजेन्द्र
अन्न और जल के बिना जीवन सम्भव नहीं है। इस तथ्य से वाकिफ तो सभी है परन्तु इनके संरक्षण एवं बचत के प्रति संजीदा गिने चुने लोग ही हैं। आज भी समाज में ऐसे लोग हैं जिन्हें कड़ी मशक्कत के बाद भी एक जून की रोटी मयस्सर नहीं हो पाती वहीं दूसरी ओर ऐसा अभिजात्य […]
जल दिवस पर विशेष- मर रहा है हमारी आंखों का पानी भी- राजेंद्र वैश्य
आज विश्व जल दिवस है। पानी को बचाने का संकल्प करने एवं पानी के महत्व को जानने का दिन। पानी का मोल प्यास लगने पर ही मालूम पड़ता है। कोई भी पेय पदार्थ पानी का विकल्प नही बन पाता। गला तर तभी होता है जब पानी की बूंदे हलक के नीचे उतरती है। पूरी दुनियां […]