Whenever its demanded in country for the criticism of any sort of crime related people to participate in the election, every-time this demand comes to a painful halt. Indian politics still allow the people with the charges of crime to participate in the national elections. At least people whose crimes are proven should not be […]
नज़रिया
हिन्दी अख़बारों चैनलों से ग़ायब क्यों है BJP मंत्री अकबर पर लगे आरोपों के डिटेल- रवीश कुमार
14 महिला पत्रकारों ने मुबशिर जावेद अकबर पर संपादक रहते हुए शारीरिक छेड़छाड़ के आरोप लगाए हैं। ये सारे लेख अंग्रेज़ी में लिखे गए हैं और अंग्रेज़ी की वेबसाइट पर आए हैं। हफिंग्टन पोस्ट, मीडियम, दि वायर, वोग, फर्स्टपोस्ट, इंडियन एक्सप्रेस। ग़ज़ाला वहाब, कनिका गहलौत, प्रिया रमानी, प्रेरणा बिंद्रा सिंह, शुमा राहा, प्रेम पणिक्कर, सुपर्णा […]
मोदी का अकबर तो ‘महान’ निकला, सिलेबस में रहेगा या बाहर होगा – रवीश कुमार
पिछले चार साल से बीजेपी और संघ के लोग उस महान अकबर की महानता को कतरने में लगे रहे, कामयाब भी हुए, जो इतिहास का एक बड़ा किरदार था। सिलेबस में वो अकबर अब महान नहीं रहा। मगर अब वे क्या करेंगे जब मोदी मंत्रिमंडल का अकबर ‘महान’ निकल गया है। मोदी मंत्रिमंडल के अकबर […]
नोटबंदी की आलोचक हार्वर्ड वाली गीता जब हार्डवर्क वाले मोदी से मिलेंगी – रवीश kumar
“देश ने देख लिया हार्वर्ड वालों की सोच क्या होती है, हार्ड वर्क वालों की सोच क्या होती है ये देश ने देख लिया। एक तरफ विद्वानों की वो जमात है जो हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के नाम पर बात करते हैं, एक ओर गरीब मां का बेटा है जो हार्ड वर्क के द्वारा देश की अर्थनीति […]
हिन्दी के अख़बार एक सरकार की चमचागिरी में हिन्दी के पाठकों की हत्या कर रहे हैं – रवीश कुमार
इंडियन एक्सप्रेस के सुशांत सिंह की ख़बर पढ़िएगा। सितंबर 2016 में रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर और फ्रांस के रक्षा मंत्री के बीच रफाएल क़रार पर दस्तख़त हुए थे, उसके ठीक पहले रक्षा मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने रफाल लड़ाकू विमानों की कीमतों को लेकर सवाल उठाए थे और इसे फाइल में दर्ज़ किया था। […]
यह कैसा दौर है जब सरकार और मीडिया नौजवानों के ख़िलाफ़ हो गया है- रवीश कुमार
मैं नेताओं के हिम्मत की दाद देता हूं। वाकई ये समझने लगे हैं कि हमारे नौजवानों को हिन्दू मुस्लिम टापिक के अलावा कुछ नहीं चाहिए। बिहार मे इस वक्त 80,000 से अधिक छात्र अपने एडमिट कार्ड का इंतज़ार कर रहे हैं। 1 अक्तूबर से परीक्षा होनी है। एडमिट कार्ड नहीं आने से परीक्षा में नहीं […]
BIMSTEC: क्या बिम्सटेक सार्क का विकल्प बनकर उभरा है?
बिम्सटेक का चौथा शिखर सम्मेलन नेपाल की राजधानी काठमांडू में संपन्न हुआ। इस सम्मेलन में सदस्य देशों के बीच कई महत्त्वपूर्ण बातों पर चर्चा हुई और उन पर सहमति बनी। बिम्सटेक देशों के नेताओं ने बंगाल की खाड़ी क्षेत्र में शांति, समृद्धि और सतत् विकास के लिये सार्थक सहयोग और एकजुटता की प्रतिबद्धता दोहराई है। […]
क्या चौकीदार जी ने अंबानी के लिए चौकीदारी की है?
उपरोक्त संदर्भ में चौकीदार कौन है, नाम लेने की ज़रूरत नहीं है। वर्ना छापे पड़ जाएंगे और ट्विटर पर ट्रोल कहने लगेंगे कि कानून में विश्वास है तो केस जीत कर दिखाइये। जैसे भारत में फर्ज़ी केस ही नहीं बनता है और इंसाफ़ झट से मिल जाता है। आप लोग भी सावधान हो जाएं। आपके […]
प्रेस की आज़ादी पर 300 अमरीकी अख़बारों के संपादकीय
अमरीकी प्रेस के इतिहास में एक शानदार घटना हुई है। 146 पुराने अख़बार बोस्टन ग्लोब के नेतृत्व में 300 से अखबारों ने एक ही दिन अपने अखबार में प्रेस की स्वतंत्रता को लेकर संपादकीय छापे हैं। आप बोस्टल ग्लोब की साइट पर जाकर प्रेस की स्वतंत्रता को लेकर लिखे गए 300 संपादकीय का अध्ययन कर […]
स्वतंत्रता दिवस: ‘देश हमें देता है सब कुछ,हम भी तो कुछ देना सीखें’- राजेंद्र वैश्य
‘देश हमें देता है सब कुछ,हम भी तो कुछ देना सीखें’। देश को अलग से कुछ देने की आवश्यकता नही है। जो कार्य तुम्हे सौंपा गया है उसे निष्ठा और ईमानदारी से करो। देश को उसी से बहुत कुछ मिल जाएगा। देश से अपने लिए हम लोग सारे अधिकार,सुविधाएं,सहूलियतें और सारे संशाधनों को पूरा किए […]