उत्तर प्रदेश से आशुतोष गुप्ता: बहराइच से भाजपा सांसद सावित्री बाई फुले ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा देश को मनुस्मृति से चलाना चाहती है। उन्होंने कहा कि भाजपा दलित, पिछड़ा व मुस्लिम विरोधी है और आरक्षण खत्म करने की साजिश रच रही है।
संविधान को बदलने की कोशिश करने का भी आरोप
सावित्री बाई ने भाजपा पर देश के संविधान को बदलने की कोशिश करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि न तो संविधान लागू किया जा रहा है और न ही आरक्षण। केंद्र सरकार ने मेरी मांगों को ठुकराया है। क्योंकि सरकार दलित विरोधी है। सावित्री बाई ने कहा कि भाजपा बहुजनों के हित में कोई कार्य नहीं कर रही है। यहां तक कि समतामूलक समाज की स्थापना करने वाले बाबा साहेब की प्रतिमा तोड़ने वालों के खिलाफ भी कोई कार्रवाई नहीं की गई।
कार्यकाल पूरा होने तक सांसद रहेंगी
उन्होंने स्पष्ट किया कि वह कार्यकाल पूरा होने तक सांसद रहेंगी। सिर्फ पार्टी से इस्तीफा दिया है। हनुमान जी को दलित बताए जाने पर उन्होंने कहा कि हनुमान जी दलित थे लेकिन मनुवादियों के खिलाफ थे। तभी राम ने उन्हें बंदर बना दिया। वहीं, राम मंदिर पर उन्होंने कहा कि दलितों को मंदिर नहीं संविधान चाहिए। देश संविधान से चलेगा । मनुस्मृति से नहीं।