नई दिल्ली: सेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत ने कहा कि जम्मू कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ संघर्षविराम को और बढ़ाया जा सकता है बशर्ते राज्य में शांति लगातार बनी रहे। लेकिन, आतंकियों की तरफ से ऐसा कुछ भी किया जाता है तो फिर उस पर दोबारा विचार किया जाएगा।
रावत ने सख्त भाषा में पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा कि पाकिस्तान अगर वाकई में शांति के इच्छुक है तो उसे जम्मू कश्मीर में आतंकियों को भेजना बंद कर देना चाहिए। जनरल रावत ने श्रीनगर से करीब 95 किलोमीटर दूर एक कार्यक्रम में कहा- “अगर पाकिस्तान वकई में शांति चाहता है तो हम यह चाहेंगे कि वह इस दिशा में अपना पहला कदम उठाए और आतंकियों की घुसपैठ को बंद करे। संघर्षविराम उल्लंघन ज्यादा आतंकियों की घुसपैठ में मदद करने के लिए की जाती है।”
सेनाध्यक्ष ने कहा कि भारत सीमा पर शांति चाहता है लेकिन पाकिस्तान लगातार संघर्ष विराम का उल्लंघन कर रहा है जिसके चलते जानमाल की क्षति हो रही है। उन्होंने कहा- जब ऐसी घटना होती है तो हमें उसकी प्रतिक्रिया में कार्रवाई करनी पड़ती है। हम हाथ पर हाथ धरे बैठे नहीं रह सकते हैं। अगर उनकी तरफ से संघर्षविराम का उल्लंघन होता है तो हमारी तरफ से उस पर कार्रवाई होगी।