यूपी ब्यूरो : जमीन हड़पने के साथ करीब चार दर्जन मामलों में नामजद रामपुर के सांसद आजम खां फरवरी से सीतापुर के जिला जेल में बंद हैं। उनके साथ उनकी विधायक पत्नी डॉ. तजीन फात्मा तथा पुत्र बर्खास्त विधायक अब्दुल्ला आजम खां भी जेल में हैं। इसके बाद भी अभी इस परिवार की मुश्किलें कम नहीं हो रही है।
रामपुर में क्वालिटी बार की जमीन का फर्जी तरीके से आवंटन करने के मुकदमे में पुलिस ने एक आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित जमीन का आवंटन करने वाले डीसीडीएफ (जिला सहकारी विकास संघ) बोर्ड का पूर्व संचालक राकेश कुमार है। क्वालिटी बार की जगह का आवंटन सांसद आजम खां की पत्नी विधायक तजीन फात्मा और बेटे अब्दुल्ला के नाम किया गया था। विकास भवन के पास डीसीडीएफ की काफी जमीन है। पहले वहां क्वालिटी बार था। अखिलेश यादव की सरकार के कार्यकाल में क्वालिटी बार को खाली करा दिया गया था। इसके बाद में बार की दुकान का आवंटन विधायक डॉ. तजीन फात्मा के नाम कर दिया गया था। इस मामले में बार संचालक गगन अरोरा की ओर से मुकदमा भी कराया गया था, जिसमें समाजवादी पार्टी से रामपुर के सांसद आजम खां को भी नामजद किया था।
इस शिकायत के बाद में जिला प्रशासन ने जांच कराई तो क्वालिटी बार के फर्जी तरीके से आवंटन की बात सामने आई थी। तब 21 नवंबर 2019 को राजस्व निरीक्षक अनंगराज सिंह की ओर से सिविल लाइंस कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया था। इस मुकदमे में सांसद की पत्नी और बेटे के अलावा डीसीडीएफ के पूर्व चेयरमैन मास्टर जाफर को भी नामजद किया था। सिविल लाइंस कोतवाल विजेंद्र सिंह ने बताया कि मुकदमे की विवेचना के दौरान दस अन्य लोगों के नाम सामने आए हैं, जो इस षड्यंत्र में शामिल थे।