रायबरेली ब्यूरो: वर्तमान समय में बढ़ते ग्लोबल वार्मिंग, पर्यावरण प्रदूषण, घटती वन भूमि के साथ साथ कोरोना महामारी से जहाँ विश्व की धरती त्राहि त्राहि कर रही है, वही अब युवाओं, महिलाओं, बच्चों एवं वरिष्ठ नागरिकों ने धरती माता के कष्ट को दूर करने एवं पर्यावरण संरक्षण के लिये एक बी फॉर्मा के छात्र आयुष्मान वैश्य ने अपने जन्मदिन एवं अन्य महत्वपूर्ण अवसरों पर वृक्षारोपण करना तथा वृक्षों के बड़े होने तक संरक्षण करने की अद्भुत पहल शुरू कर दी है।
रायबरेली के डलमऊ में रहने वाले आयुष्मान अपनी उम्र के बच्चों से अलग हैं। प्रकृति के लिए चिंतन करने वाले आयुष्मान ने अपने जन्म दिवस पर 51 पौधों का वृक्षारोपण करते हुए जन्मदिन मनाया। आयुष्मान ने पौधे लगाए और उनके बड़े होने तक देखभाल करने का संकल्प लेते हुए कहा कि जल जीवन हरियाली के साथ विश्व कल्याण हेतु-वृक्ष हैं तो हम सब हैं, इस तरह यदि एक दूसरे से प्रेरित होकर सभी लोग पर्यावरण संरक्षण के लिए वृक्षारोपण करेंगे तो निश्चित ही ग्लोबल वार्मिंग पृथ्वी पर अपना कहर नहीं बरपा पाएगी।
अपने पर्यावरणविद् चाचा राजेंद्र वैश्य को अपना आदर्श मानने वाले आयुष्मान कहते हैं कि जीवन जीने के लिए वृक्ष लगाना एवं इनका संरक्षण होना अति आवश्यक है। जिस प्रकार एक मां अपने बच्चे का पालन पोषण करती है, उसी प्रकार से आप सभी को इन पेड़ पौधों की सार संभाल करनी चाहिए तथा हर व्यक्ति को पेड़ लगाने चाहिए। प्रकृति ने हमें बहुत कुछ दिया है, हमें भी इसे भविष्य की पीढ़ियों के लिए बचाए रखना है. मैं हमेशा इसी दिशा में काम कर रहा हूँ, आशा है कि हर कोई मेरे साथ इस कार्य में शामिल होगा।