नई दिल्ली: राफेल विमान के सौदे को लेकर सरकार और कांग्रेस एक बार फिर से आमने सामने है, एक ओर कांग्रेस ने आज इस मुद्दे पर देशभर में 7 जगहों पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करके सरकार को घेरने की रणनीति अपनाई है तो दूसरी तरफ सरकार की तरफ से वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मोर्चा संभाला है। जेटली ने हमला बोलते हुए कहा कि ये साफ है कि कांग्रेस राफेल कीमतों को लेकर झूठ बोल रही है। राहुल गांधी ने खुद अपने भाषण में 2007 के राफेल सौदे को लेकर सात बार अलग-अलग कीमतें बताई हैं।
आरोप प्राइमरी स्कूल में डिबेट की तरह
सर्जरी के बाद पहली बार इंटरव्यू देते हुए जेटली ने कहा ‘राफेल सौदे पर ये आरोप प्राइमरी स्कूल में डिबेट की तरह है। मैं 500 कुछ का भुगतान कर रहा था और आपने 1600 कुछ दिए। इस तरह की बहस से पता चलता है कि राहुल में कितनी कम समझ है।’ जेटली ने कहा कि राहुल गांधी ने जयपुर में दिए एक ही भाषण में 520 करोड़ और 540 करोड़ रुपये का दाम बताया। यही नहीं हैदराबाद में उन्होंने 526 करोड़ रुपये कीमत बता दी। जेटली ने कहा कि इस तरह अलग-अलग आंकड़े बताने से ही उनके बयानों की सच्चाई पता चलती है। जेटली ने कहा कि सच का सिर्फ एक वर्जन होता है, जबकि गलत के कई वर्जन होते हैं।
साधारण विमान की तुलना हथियारों से लैस विमान से
जेटली ने आगे कहा कि 2015 से 2016 के बीच राफेल की कीमतों को लेकर बातचीत की गई। मुद्रा बदलाव के साथ एयरक्राफ्ट के दाम में 9 फीसदी की कमी आई। क्या कांग्रेस को इसकी जानकारी है। अरुण जेटली ने आगे कहा ‘मैं इस वाक्य को दो बार दोहरा चुका हूं। कितना वह (राहुल गांधी) जानते हैं, और कब वह जानेंगे? क्या आप साधारण विमान की तुलना हथियारों से लैस विमान से कर सकते हैं।’
इस सौदे में कोई गोपनीयता क्लॉज नहीं
राहुल का घेराव करते हुए उन्होंने कहा, ‘अगर आप राष्ट्रपति मैक्रॉन के कथन को गलत तरीके से कोट करने की सीमा को पार कर सकते हैं और कह रहे हैं कि उन्होंने आपको आगाह किया कि इस सौदे में कोई गोपनीयता क्लॉज नहीं है, तो फ्रांसीसी सरकार ने इसे इन्कार कर दिया है। भारत सरकार ने संसद में गोपनीयता कारण दिखाया और फिर आप पलटी मारते हैं और कहते हैं- होगा पर मैं नहीं मानता।’
निजी पार्टी का दखल नहीं
कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए जेटली ने आगे कहा कि कांग्रेस को याद रखना चाहिए कि वह हर वक्त लोगों को मूर्ख नहीं बना सकती है। यह सरकार और सरकार के बीच की व्यवस्था है। सरकार फ्रांस से 36 लोडेड एयरक्राफ्ट लेगी, किसी निजी पार्टी का इसमें दखल नहीं है।’