तीन चौथाई अमेरिकी कोरोना महामारी से थक चुके हैं। 77 प्रतिशत का मानना है कि अधिकांश लोग अंतत: इस महामारी की चपेट में आ ही जाएंगे। कैसर फैमली फाउंडेशन (केएफएफ) के एक सर्वेक्षण में यह बात सामने आई है। सर्वे में शामिल 77 प्रतिशत लोग टीकाकरण करा चुके हैं और 74 प्रतिशत इससे बाहर हैं।
करीब 62 प्रतिशत लोगों को विश्वास की टीकाकरण महामारी से बचाएगा
सर्वेक्षण में आधे से कम प्रतिभागी कोविड-19 स्थिति के बारे में आशावादी मिले, लेकिन 40 प्रतिशत ने नाराजगी जताई। शुक्रवार को जारी सर्वेक्षण के अनुसार, 29 प्रतिशत लोग खुद को ‘परेशान’ अनुभव करते हैं। केएफएफ ने पाया कि करीब 62 प्रतिशत लोगों का विश्वास है कि कोविड-19 के खिलाफ टीकाकरण महामारी से बचाएगा। टीकाकरण करा चुके लोगों के ओमिक्रोन वैरिएंट से संक्रमित होने की खबरों के बावजूद उन्हें यह भरोसा है।
सर्वेक्षण में शामिल करीब आधे अमेरिकी नागरिकों ने कोविड-19 जांच की सीमित उपलब्धता के लिए अमेरिकी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन को दोषी बताया। 44 प्रतिशत ने कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडन इसके लिए दोषी हैं। सर्वे ने बताया है कि जांच एजेंसियों को दोषी मानने वालों की संख्या 41 प्रतिशत पाई गई। 11 से 23 जनवरी के बीच फोन से यह सर्वेक्षण किया गया और इसमें 1,536 लोगों ने भाग लिया।
बता दें कि दुनियाभर में गत सप्ताह कोरोना संक्रमण के 2.1 करोड़ से ज्यादा नए मामले सामने आए और महामारी की शुरुआत के बाद से साप्ताहिक स्तर पर यह सर्वाधिक आंकड़ा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने यह जानकारी दी। वैश्विक स्वास्थ्य निकाय ने इस बात पर भी जोर दिया है कि डेल्टा स्वरूप से ज्यादा मारक क्षमता एवं प्रजनन दर होने के कारण ओमिक्रोन वैरिएंट धीरे-धीरे सार्स-सीओवी-2 वायरस का प्रमुख वैरिएंट बनता जा रहा है। डब्ल्यूएचओ की ओर से मंगलवार को जारी साप्ताहिक आंकड़ों के अनुसार बीते हफ्ते (17 से 23 जनवरी के बीच) वैश्विक स्तर पर कोरोना के नए मामलों में पांच प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।