नई दिल्ली: अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर खरीद घोटाले का जिन्न कांग्रेस का पीछा नहीं छोड़ रहा है। घोटाले में संलिप्तता के आरोप में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का भांजा रतुल पुरी पहले ही गिरफ्तार हो चुका है और फिलहाल जमानत पर है। घोटाले से जुड़े राजीव सक्सेना ने ईडी के सामने दिए बयान में कमलनाथ के बेटे नकुल नाथ और पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद का नाम लिया है। वैसे सलमान खुर्शीद ने घोटाले से किसी तरह के संबंध से साफ इन्कार किया है।
भाजपा का कांग्रेस पर हमला, कहा- जनता को जवाब दें सोनिया और राहुल गांधी
कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने सैन्य खरीद घोटालों में कांग्रेस की पुरानी संलिप्तता का हवाला देते हुए कहा कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी को जनता के सामने इसका जवाब देना होगा। ईडी के सामने दिए लगभग एक हजार पन्नों के बयान में सक्सेना ने सौदे में ली गई दलाली की रकम भारत पहुंचाने में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है। सक्सेना को जनवरी 2019 में दुबई से प्रत्यर्पित कर भारत लाया गया था। जांच में सहयोग को देखते हुए ईडी ने पहले उसे सरकारी गवाह बनाया था, लेकिन, बाद में पता चला कि वह घोटाले से जुड़े अहम तथ्य छिपा रहा है। इसके बाद ईडी ने उसे सरकारी गवाह से हटाकर आरोपित बनाने के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाया है।
घोटाले से किन-किन राजनीतिज्ञों को लाभ मिला, ईडी के इस सवाल का जवाब देते हुए सक्सेना ने कहा कि इंटरस्टेलर टेक्नोलॉजीज लिमिटेड तक घोटाले की रकम पहुंची थी। सुषेण मोहन गुप्ता की इस कंपनी का संचालन गौतम खेतान करता था। प्रवर्तन निदेशालय सुषेण मोहन गुप्ता और गौतम खेतान दोनों को गिरफ्तार कर चुका है और दोनों जमानत पर हैं। सक्सेना के अनुसार सुषेण मोहन गुप्ता और गौतम खेतान बातचीत में घोटाले का लाभ लेने वाले राजनीतिज्ञों में ‘एपी’ का नाम लेते थे। सक्सेना के अनुसार ‘एपी’ का इस्तेमाल अहमद पटेल के लिए किया जाता था। सक्सेना ने यह भी बताया कि इंटरस्टेलर टेक्नोलॉजीज और ग्लोबल सर्विसेस के मार्फत दलाली की रकम मोजर बियर और आप्टिमा इन्वेस्टमेंट तक पहुंचती थी, जो रतुल पुरी और उसके परिवार की कंपनी है।
अपने बयान में राजीव सक्सेना ने एक अन्य कंपनी प्रिस्टाइन रिवर इन्वेस्टमेंट का नाम लिया। प्रिस्टाइन रिवर इन्वेस्टमेंट से राजीव सक्सेना व सुषेण मोहन गुप्ता के पास ब्रिज फंडिंग के मार्फत धन पहुंचता था। सक्सेना के अनुसार प्रिस्टाइन रिवर इन्वेस्टमेंट का प्रबंधन कमलनाथ के बेटे नकुल नाथ के लिए जॉन डाकेरटी संभालता था। इस तरह इंटरस्टेलर टेक्नोलॉजीज और ग्लोबल सर्विसेज का इस्तेमाल प्रिस्टाइन रिवर इन्वेस्टमेंट के लोन के पुनर्भुगतान के लिए किया जाता था।
3,600 करोड़ के अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर खरीद घोटाले में अपनी ताजा चार्जशीट में सीबीआइ ने दलाली की रकम लाभार्थियों तक पहुंचाने में राजीव सक्सेना की भूमिका का विस्तृत ब्योरा दिया है। 17 सितंबर को दाखिल सीबीआइ की पूरक चार्जशीट के अनुसार इंटरस्टेलर टेक्नोलॉजीज का 99.9 फीसद शेयर राजीव सक्सेना ने 2000 में ही खरीद लिया था। सीबीआइ को इटली और मारीशस से मिली आधिकारिक जानकारी के अनुसार अगस्ता वेस्टलैंड से इंटरस्टेलर टेक्नोलॉजीज के खाते में 1.24 करोड़ यूरो (लगभग 110 करोड़ रुपये) की रकम आई थी, जिसे बाद में बिचौलियों तक पहुंचाया गया। इसी तरह राजीव सक्सेना की चार कंपनियों में ग्लोबल सर्विसेस से नौ लाख 48 हजार यूरो (लगभग आठ करोड़ 38 लाख रुपये) दिए गए थे।