एनडीए को सत्ता में आए लगभग साढ़े चार साल पूरे हो गए हैं। 2014 की परिस्थितियों में और आज में फ़र्क तो साफ़ नज़र आता है। शुरू के दो-तीन साल तो वही चमक थी लेकिन वर्तमान में देखें तो चौतरफ़ा ऐसा प्रतीत होता है कि मोदी सरकार कहीं न कहीं ख़तरे में है और इस बार सत्ता वापसी आसान नहीं।
विपक्ष में कोई मज़बूत दावेदार नहीं
लेकिन फिर सवाल उठते हैं कि अगर मोदी नहीं तो और कौन? क्योंकि विपक्ष में कोई मज़बूत दावेदार नज़र ही नहीं आता यही भाजपा और मोदी सरकार के लिए सत्ता वापसी का मजबूत फैक्टर भी है। इसी बात को बल देता है हाल ही में हुआ abpnews-C-voter का सर्वे जिसमें एनडीए फिर सत्ता वापसी कर रही है। सर्वे के मुताबिक एनडीए को 38% वोट शेयर के साथ 276 सीटें जबकि यूपीए को 25% वोट शेयर के साथ 112 और अन्य को 155 सीटें मिलने का अनुमान है। जिसमें बीजेपी को अकेले 248 सीटें मिल रही हैं वहीं कांग्रेस 100 का आकड़ा भी नहीं छू रही है।
मोदी सरकार के लिए अच्छी ख़बर
2014 से मुकाबला करे तो एनडीए का इस बार दो प्रतिशत के वोट शेयर का नुक़सान हो रहा है। वही यूपीए को एक प्रतिशत के वोट शेयर का फ़ायदा वही सीटों की बात करें तो एनडीए को 2014 के मुक़ाबले इस बार 60 सीटों का नुकसान उठाना पड़ रहा है। यूपीए को 52 सीटों का फ़ायदा हो रहा है लेकिन बहुमत के साथ सरकार फिर एनडीए की ही बन रही है जो तमाम नकारात्मकताओं के बीच फिलहाल तो ये सर्वे मोदी सरकार के लिए अच्छी ख़बर लेकर आया है।