लखनऊ : उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव इन दिनों अपने लिए घर तलाश कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर प्रदेश सरकार की ओर से नोटिस दिए जाने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने अपने लिए आवास की तलाश शुरू कर दी है। चर्चा है कि उनके करीबी और राज्यसभा सांसद संजय सेठ इसमें उनकी मदद कर रहे हैं और गोमतीनगर में विपुल खंड में एक जमीन दिखाई भी है। हालांकि इसकी पुष्टि नहीं की जा सकी। दूसरी ओर, अखिलेश यादव अभी मध्य प्रदेश के दौरे पर हैं। सरकारी आवास खाली कराने की नोटिस उन्हें मिल चुकी है लेकिन, दौरे से वापस होने पर ही इस बाबत उनकी ओर से कोई कदम उठाया जाएगा।
मुलायम सिंह यादव को पांच विक्रमादित्य मार्ग और उनके बेटे अखिलेश को चार विक्रमादित्य मार्ग पर पूर्व मुख्यमंत्री के रूप में आवास आवंटित है। इससे पहले मुलायम ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर अपना और अखिलेश का आवास बचाने की कोशिश की थी और इसके लिए पत्र भी दिया था। उनका सुझाव था कि दोनों आवास विधानसभा क्रमश: नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी और विधानसभा में विपक्ष के नेता अहमद हसन को आवंटित कर दिया जाए।
लेकिन, राज्य संपत्ति विभाग ने आवास खाली कराने की नोटिस जारी कर दी। शुक्रवार को मुलायम सिंह यादव को नोटिस नहीं दी जा सकी थी। शनिवार को उनके आवास पर इसे स्वीकार कर लिया गया। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह की ओर से आवास खाली करने की घोषणा के बाद उन पर दबाव बढ़ गया। चर्चा है कि इसके बाद ही राज्यसभा सदस्य संजय सेठ ने उनके लिए आवास की खोज शुरू की। सूत्रों के अनुसार फिलहाल एक साल के लिए किराये का आवास खोजा जा रहा है। इस बीच कोई बंगला पसंद आया तो उसे खरीदा भी जा सकता है।