मुंबई: प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) में खुद को अधिकारी बताने वाले गुजरात के महाठग किरण पटेल को अरेस्ट किया गया था। कुछ ऐसा ही मामला अब महाराष्ट्र में सामने आया है। पुलिस ने पीएमओ में राष्ट्रीय सलाहकार होने और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) तक एक्सेस होने का हवाला देकर ठगी करने वाली एक लड़की और उसके दोस्त के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इस पूरे मामले का खुलासा तब हुआ जब पुणे के व्यवसायी ने सरकारी टेंडर दिलाने के लिए ठगी की शिकायत दर्ज कराई। सतारा पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दोनों को अरेस्ट किया है। दोनों से पीएमओ के फर्जी लेटर बनाने और ठगी करने को लेकर पूछताछ की जा रही है।
पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि सतारा की रहने वाली कश्मीरा पवार (29) अपने दोस्त गणेश गायकवाड़ (32) के साथ मिलकर सरकारी टेंडर दिलाने के नाम पर ठगी की। ऐसी जानकारी सामने आई है कि दिसंबर 2017 में सतारा जिले की कश्मीरा पवार के प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की राष्ट्रीय सलाहकार बनने की खबरें मीडिया में आई थीं। इसमें कहा गया था कि कश्मीरा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सीधे बात की थी। इतना ही नहीं यह भी दावा किया जा रहा है कि कश्मीरा पवार ने सतारा जिला कलेक्टर के कार्यालय से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल से संवाद किया था। इसके अलावा पीएमओ के अन्य शीर्ष नौकरशाहों से भी बात की। हालांकि पुलिस इस मामले खुलासे के बाद सभी पहलुओं की जांच कर रही है।
पुणे में बिल्डिंग मैटेरियल की सप्लाई करने वाले गोरख मराल (49) ने बंड गार्डन पुलिस स्टेशन में एक मामला दर्ज कराया है। इसमें व्यवसायी ने कश्मीरा और उसके साथ गणेश पर सरकारी टेंडर दिलाने के नाम पर ठगी का आरोप लगाया है। व्यवसायी ने कहा कि कश्मीरा ने खुद के पीएमओ में राष्ट्रीय सलाहकार होने का दावा किया था। शिकायतकर्ता व्यवासयी ने के अनुसार दोनों ने उसका विश्वास जीतने के लिए व्हाट्सएप के जरिए फर्जी टेंडर दस्तावेज भी साझा किए। ठगी की घटना दिसंबर 2019 और मार्च 2022 के बीच हुई। कश्मीरा ने टेंडर प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाने के बहाने मराल से कथित तौर पर 50 लाख रुपये लिए। इसमें ज्यादा राशि नकद और कुछ राशि ऑनलाइन ली। व्यवसायी का कहना है कि वादे के मुताबिक कभी कोई सरकारी अनुबंध नहीं मिला।
पुणे मिरर की रिपोर्ट के अनुसार कश्मीरा शाह ने पीएमओ में एडवाजइर होने का नाटक किया। उसने बिजनेमैन को पुणे काउंसलिंग हॉल, चांदनी चौक टोनी द ढाबा होटल और विधानसभा परिवार में मिलने के लिए बुलाया था। शिकायतकर्ता ने बताया कि हाई प्रोफाइल जगहों पर मीटिंग के बाद उसे लगा कि कश्मीरा पवार पीएमओ में है, तो उसने पहले नकद और फिर RTGS से रकम ट्रांसफर की। टेंडर नहीं मिलने पर जब व्यवसायी ने रकम मांगी। रुपये नहीं लौटाने पर व्यवासयी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने इस हाईप्रोफाइल फ्रॉड की जांच सब-इंस्पेक्टर गावड़े को सौंपी है। पुलिस ने दोनों को सतारा से अरेस्ट कर लिया गया है। शुरुआती में जांच में सामने आया है कि दोनों काफी लग्जरी लाइफ स्टाइल में रह रहे थे।