तेलंगाना में प्रचार करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, मैं आज गुस्से में हूं. अगर कोई मुझे गाली देता है तो मुझे गुस्सा नहीं आता. मैं बर्दाश्त कर सकता हूं. लेकिन शहजादे (राहुल गांधी) के दार्शनिक (सैम पित्रोदा) ने इतनी बड़ी गाली दे दी, जिससे मुझे गुस्सा आ गया है. मोदी ने पूछा, क्या मेरे देश में त्वचा के रंग के आधार पर लोगों की क्षमता तय होगी? पीएम मोदी ने पित्रोदा की टिप्पणियों को ‘नस्ली’ बताते हुए कहा कि लोग त्वचा के रंग के आधार पर देशवासियों का अपमान करने के प्रयास को बर्दाश्त नहीं करेंगे. राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि उन्हें अब समझ में आया कि कांग्रेस राष्ट्रपति चुनाव में द्रौपदी मुर्मू को इसलिए हराना चाहती थी क्योंकि उनकी ‘त्वचा का रंग काला है. पित्रोदा की कथित टिप्पणी पर मचे विवाद के बीच मोदी ने पूछा, क्या मेरे देश में त्वचा के रंग के आधार पर लोगों की क्षमता तय होगी? उन्होंने पूछा, शहजादे को त्वचा के रंग के इस खेल की अनुमति किसने दी?
असम CM हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, आज मैंने सैम पित्रोदा का बयान देखा. उन्होंने कहा कि नॉर्थ ईस्ट के लोग चाइनीज जैसे दिखते हैं. ये हमें दुख देने वाला बयान है. चाइनीज के साथ हमारी समानता ढूंढकर पता नहीं वो क्या साबित करना चाहते हैं. राहुल गांधी के आस-पास जो भी लोग रहते हैं, नॉर्थ ईस्ट को देखने का उनका तरीका बहुत गलत है. राहुल गांधी और उनके आस पास के लोग नॉर्थ ईस्ट का अपमान करते ही रहते हैं. मैं सैम पित्रोदा को कहना चाहता हूं कि नॉर्थ ईस्ट के लोग गर्वित भारतीय हैं.
पूर्व कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा, सैम पित्रोदा का बयान उनका नहीं राहुल गांधी का बयान है. वे वही बोलते हैं जो राहुल गांधी चाहते हैं. सैम पित्रोदा के बयान से महात्मा गांधी की आत्मा दुखी हो रही होगी, रो रही होगी. मैं प्रधानमंत्री मोदी से अपील करूंगा कि ऐसे बयानों को देश के खिलाफ मानते हुए ऐसे लोगों के खिलाफ, इनकी पार्टी के खिलाफ, ऐसी सोच के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए.