आशीष विक्रम, वाराणसी: उत्तर प्रदेश की वाराणसी में पिछड़ा दलित मुस्लिम यानी पीडीएम की पहली संयुक्त रैली में मुख्तार अंसारी की मौत का मुद्दा जोरदार तरीके से उठाया गया। जनसभा में पहुंचे एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने यह मामला उठाया। मुख्तार अंसारी का नाम लेते हुए उन्होंने कहा कि मैं किसी के बाप से डरने वाला नहीं हूं। मुख्तार अंसारी एक इंसान था। वह न्यायिक हिरासत में था। उसे जहर देकर मार दिया गया। वह शहीद है। शहीदों के बारे में कहा गया है, उसे कभी मुर्दा मत कहो। मुख्तार जिंदा है। ओवैसी के इस बयान पर राजनीतिक माहौल गरमा गया है। वहीं, ओवैसी के खिलाफ शिकायत भी दर्ज कराई गई है। इस मामले में उन पर कार्रवाई भी हो सकती है। यूपी में तीसरे मोर्चे के रूप में बनी पीडीएम की पहली जनसभा वाराणसी के नाटी ईमली के बुनकर कॉलोनी के मैदान में हुई।
एआईएमआईएम चीफ असुदुद्दीन ओवैसी ने भाजपा के साथ-साथ समाजवादी पार्टी और अन्य विपक्षी नेताओं पर हमला बोला। माफिया मुख्तार अंसारी का भी जिक्र करते हुए ओवैसी ने मुख्तार अंसारी को शहीद तक बता दिया। साथ ही, उन्होंने अतीक अहमद की हत्या पर भी सवाल खड़े किए। जनसभा के दौरान ओवैसी के भाषण पर तालियां भी बजती रही। वाराणसी में रैली की शुरुआत में ओवैसी ने कहा कि यहां की पहचान नरेंद्र मोदी से नहीं है। बनारस को उस्ताद बिस्मिल्लाह खान, तुलसीदास और गंगा-जमुनी तहजीब का है।
असुदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि समाज में इंसाफ के लिए पीडीएम बनाया गया है। यूपी की राजनीति में पिछड़े समाज के लिए एक विकल्प के लिए बनाया गया है। उन्होंने कहा कि हमें 50 सालों से वोट देने वाला बनाकर छोड़ दिया है। उन्होंने आरएसएस, भाजपा, सपा या अन्य पार्टियां केवल जुबान से इंसाफ और सबका विकास की बात करती है। जमीन पर अमली जामा पहनाने का कार्य नहीं करती हैं। यूपी में सपा के लिए जान देने वाले मुसलमानों के पैर में गोलियां मारने यानी योगी सरकार की एनकाउंटर पॉलिसी पर करारा हमला बोला।
ओवैसी ने लोकसभा चुनाव में सपा-कांग्रेस गठबंधन के हमलों पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पीडीएम ने उनकी परेशानी बढ़ा दी है। अन्य पार्टियां हम पर इल्जाम लगा रही हे। हमें बीजेपी की बी टीम कहा जा रहा है। उन्होंने सवाल किया कि यूपी में जब 2014 में सपा चुनाव हारी थी तो क्या भाजपा से समझौता किया था। क्या तब सपा भाजपा की बी टीम थी। 2017 में हार का जिक्र करते हुए सवाल किया कि क्या योगी आदित्यनाथ से कोई डील कर ली थी? उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव का आधा परिवार नरेंद्र मोदी के साथ बैठकर चाय पीता है।
ओवैसी का मुख्तार को शहीद बताए जाने पर विवाद खड़ा हो गया है। दरअसल, पिछले दिनों मुख्तार अंसारी की विसरा रिपोर्ट आई थी। इसमें जहर दिए जाने की बात नहीं थी। मुख्तार के भाई अफजाल अंसारी ने इस रिपोर्ट पर भी सवाल खड़े किए। डॉक्टरों का कहना है कि मुख्तार अंसारी की मौत हार्ट अटैक से हुई है।