मुंबई: जम्मू कश्मीर में समर्थन वापस लेने के बाद सहयोगी दलों ने भाजपा पर हमला बोल दिया है। भाजपा पर तेज हमला करते हुए शिवसेना ने आज आरोप लगाया कि अराजकता फैलाने के बाद भगवा दल जम्मू – कश्मीर में सत्ता से बाहर हो गया और उसने जो लालच दिखाया है उसके लिए इतिहास उसे कभी माफ नहीं करेगा। शिवसेना ने भाजपा के कदम की तुलना अंग्रजों के भारत छोड़कर जाने से करते हुए कहा कि जब भाजपा इस उत्तरी राज्य में आतंक और हिंसा पर लगाम नहीं लगा पाई तो उसने इसका ठीकरा पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) पर फोड़ दिया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी हमला बोलते हुए कहा कि ‘‘ देश चलाना बच्चों का खेल नहीं है।
जम्मू – कश्मीर में पीडीपी के साथ सत्तारूढ़ गठबंधन से भाजपा ने पिछले दिनों समर्थन वापस ले लिया था जिसके कारण महबूबा मुफ्ती को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। इसके बाद , कल राज्य में राज्यपाल शासन लगा दिया गया था। बीते एक दशक में यह चौथी बार था जब यहां राज्यपाल शासन लगाया गया। अपने मुखपत्र सामना के संपादकीय में शिवसेना ने लिखा , ‘‘ घाटी में अराजकता फैलाने के बाद भाजपा कश्मीर में सत्ता से बाहर चली गई। ’’
इतिहास भाजपा को कभी माफ नहीं करेगा
केंद्र और महाराष्ट्र सरकार में भाजपा की सहयोगी शिवसेना ने लिखा , ‘‘ वहां हालात कभी भी इस हद तक नहीं बिगड़े थे। इतने बड़े स्तर पर खून की नदियां कभी नहीं बहीं थी और पहले कभी इतनी बड़ी संख्या में जवान शहीद नहीं हुए थे। ’’ इसमें कहा गया , यह सब घाटी में भाजपा के शासन में हुआ। हालांकि इसका दोष पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती पर मढ़ दिया गया और भगवा दल एक सज्जन पुरूष की तरह सत्ता से बाहर हो गया। संपादकीय में लिखा , ‘‘ कश्मीर की सरकार लालच (भाजपा के) के कारण बनी थी। इस लालच की बहुत बड़ी कीमत देश को , जवानों को और कश्मीर के लोगों को चुकानी पड़ी। इसके लिए इतिहास भाजपा को कभी माफ नहीं करेगा। ’’