Saurabh Arora, MP: श्योपुर से कांग्रेस विधायक बाबू जंडेल ने एकबार फिर विवादित बयान देकर संविधान को जलाने की धमकी दे डाली है। किसानों के मुआवजा सर्वे में भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि अगर जांच नहीं हुई तो वे संविधान कोमगर संविधान शब्द आना जरूरी है। मुख्यमंत्री के सीने पर फेंकेंगे तथा विधानसभा में जला देंगे। कांग्रेस विधायक के इस बयान पर विधायक ही नहीं कांग्रेस पार्टी को घेर लिया है और विधायक पर पुलिस कार्रवाई की मांग कर दी है।
कांग्रेस के विधायक बाबू जंडेल अपने क्षेत्र में चल रहे खेती के नुकसान के मुआवजे को लेकर काफी नाराज हैं। वे बुधवार को अपने क्षेत्र में थे तो यह नाराजगी एक वीडियो में कैद होने के बाद वायरल हो गई। वायरल वीडियो में बाबू जंडेल सरेआम आरोप लगा रहे हैं कि केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के समर्थक और पांच पटवारी किसानों को परेशान कर रहे हैं। वे दस से बीस हजार रुपए लेकर किसानों के मुआवजे में नाम जोड़ रहे हैं। रुपए नहीं मिलने पर किसानों के नाम नहीं जोड़े जा रहे हैं।
अंग्रेजों के जमाने से ज्यादा भ्रष्टाचार
वायरल वीडियो में कांग्रेस विधायक ने कहते सुनाई दे रहे हैं कि उनके पास तीन हजार शिकायतें आई हैं। वे इन्हें विधानसभा में भी ले जाएंगे। संविधान को मुख्यमंत्री के सीने पर फेंकेंगे। भ्रष्टाचार से नाराज होकर उन्होंने यह भी कह दिया कि इस संविधान को वे विधानसभा में जला देंगे। जंडेल यहीं नहीं रुके बल्कि आज के भ्रष्टाचार पर कहा कि इससे तो अंग्रेजों का जमाना अच्छा था। अंग्रेजों के जमाने में भ्रष्टाचार कम था और तब इसको लेकर लोगों में शर्म थी। आज तो सरेआम भ्रष्टाचार हो रहा है।
महावीर सिंह सिसौदिया पर आरोप
कांग्रेस विधायक बाबू जंडेल ने महावीर सिंह सिसौदिया नाम के व्यक्ति को केंद्रीय मंत्री तोमर का समर्थक बताया। कहा कि वह मनमाने ढंग से मुआवजा करा रहा है। इन जैसे समर्थक ही मंत्री तोमर को न तो गांव तक पहुंचने देते हैं और न किसानों से मिलने देते हैं। इसलिए उन्हें सही स्थिति पता नहीं चल पा रही है। उन्होेंने कहा कि मंत्री इनसे घिरे रहते हैं तो मुलाकात भी नहीं हो पाती।