मध्य प्रदेश

बेटी कुहू के साथ जन्मदिन मनाने के बाद से भय्यूजी महाराज से नाराज थीं दूसरी पत्नी

इंदौर :  भय्यूजी महराज की मौत को हफ्ता भर बीतने को है मगर अभी उनकी आत्महत्या के सही कारणों का पता नहीं चल पा रहा है। भय्यूजी महाराज ने खुदकुशी क्यों की। इस सवाल को तलाशने के लिए पुलिस मामले के हर पहलू की बारीकी से पड़ताल कर रही है। इंदौर पुलिस ने शुक्रवार को भय्यूजी महाराज की दो बहनों, बेटी कुहू, उनके ड्राइवर शरद सेवलकर, आश्रम के सेवादारों, बचपन के साथियों और एक कंस्ट्रक्शन व्यवसायी से सात घंटे पूछताछ की। भय्यूजी की बहनों ने बेटी कुहू और पत्नी डॉ. आयुषी के बीच चल रहे तनाव के बारे में तफसील से बयान दिया। उन्होंने बताया कि भय्यूजी महाराज ने अपना जन्मदिन बेटी कुहू के साथ मनाया था इस बात को लेकर आयुषी गुस्सा हो गईं थी जिसके बाद उनके बीच मनमुटाव और बढ़ गया। उन्होंने भय्यूजी महाराज की मौत के लिए जिम्मेदारों लोगों पर सख्त कार्रवाई की मांग भी की।

दूसरी शादी की बात सुनते ही पिता पर भड़क गई थीं कुहू 

फिलहाल सीएसपी मनोज रत्नाकर शुक्रवार दोपहर करीब एक बजे अपनी पूरी टीम के साथ जांच करने गए। उनके साथ एसआई सारिका रावत, कल्पना चौहान समेत कई पुलिसकर्मी थे। उन्होंने भय्यूजी महाराज के बंगले ‘शिवनेरी’ पहुंचकर सबसे पहले 57 वर्षीय बहन मधुमति उर्फ रेणु निवासी सोलापुर (महाराष्ट्र) व आराधना पाटिल निवासी बानेर (महाराष्ट्र) से बंद कमरे में पूछताछ की। पूरे बयानों की वीडियो रिकॉर्डिंग की गई। मधुमति ने पुलिस को बताया कि कुहू पिता की दूसरी शादी के लिए बिल्कुल राजी नहीं थी। दूसरी शादी की बात सुनते ही कुहू पिता पर भड़क गई थी।

कुहू और सौतेली मां डॉ. आयुषी में विवाद

अरोरा से पूछताछ

पुलिस ने सिल्वर स्प्रिंग में रहने वाले कंस्ट्रक्शन व्यवसायी मनमीत अरोरा से भी पूछताछ की। अरोरा ने पुलिस को बताया कि वह पिछले 12 वर्षों से भय्यूजी महाराज का शिष्य है। भय्यूजी उससे आश्रम और घर के कार्यों को लेकर बात किया करते थे। मौत से पहले सोमवार रात 2.29 बजे अरोरा से भय्यूजी महाराज ने दो मिनट बात फोन पर बात की थी। इसके बाद भय्यूजी के मोबाइल पर किसी का फोन नहीं आया।

भय्यूजी महाराज खुदकुशी मामले में पुलिस की जांच जारी है। अब तक की जानकारी से यही मालूम है कि भय्यूजी महाराज के आखिरी सात दिन बहुत तनाव में गुजरे। करोड़ों की संपत्ति के मालिक भय्यूजी आर्थिक तंगी से भी गुजर रहे थे। जिसके बाद उन्होंने गोली मारकर आत्महत्या कर ली। हालांकि अब उनके अनुयायी उनके खुशकुशी पर संदेह जता रहे हैं।

बाएं हाथ वाले महराज ने चलाई दाएं हाथ से चलाई

भय्यूजी महाराज के अनुयायियों ने इस बात पर संदेह जताया है कि उन्होंने खुदकुशी की है। उनका कहना है कि भय्यूजी महाराज बाएं हाथ का इस्तेमाल करते थे। लेकिन उनकी मौत दांई कनपटी पर गोली लगने से हुई है। समर्थकों को भय्यूजी के गोली चलाने पर भी संदेह है। हालांकि सीएसपी मनोज रत्नाकर के बताया कि शुरुआती जांच में पुलिस को ऐसा कोई बिंदु नहीं मिला जिस पर शक जताया जाए। उन्होंने कहा कि पुलिस गन शॉट रेसिड्यू (जीएसआर) जांच करा रही है। सुसाइड नोट की भी जांच हैंड राइटिंग विशेषज्ञ से करवाई जा रही है।

बेटी और दूसरी पत्नी के संबंधों की कड़वाहट भय्यूजी महाराज की जिंदगी में

पुलिस ने सेवादार शेखर शर्मा उर्फ पंडित, ड्राइवर शरद सेवलकर, नर्स गीता और बचपन से साथी मनोहर सोनी से पूछताछ कर उनके बयान दर्ज किए हैं। पुलिस के मुताबिक शेखर ने अपने बयान में बताया कि कुहू और डॉ. आयुषी में का रिश्ता विवाद भरा था। हर बात पर उनकी तू-तू मैं-मैं होती थी। कुहू ने डॉ. आयुषी की तस्वीर फेंक दी थी। गुस्से में डॉ. आयुषी ने भी भय्यूजी की पहली पत्नी माधवी की तस्वीरों को घर से हटा दिया था। मनोहर ने कुहू और डॉ. आयुषी के तनाव भरे संबंध की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि बेटी और दूसरी पत्नी के संबंधों की कड़वाहट भय्यूजी महाराज की जिंदगी में घुल गई थी जिससे वे तनाव में रहने लगे थे। ड्राइवर शरद ने बताया कि भय्यूजी महाराज जब भी बाहर जाते थे उसे ही साथ ले जाते थे।

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