हाल ही में सामने आए पेगासस जासूसी मामले के साथ-साथ संसद में चल रहे मानसून सत्र के दौरान विपक्षी दल सरकार को बेरोज़गारी, महंगाई और कृषि कानूनों के मुद्दे पर घेर रहे हैं।
इस कड़ी में आज कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत विपक्षी दलों के कई नेताओं ने बैठक की है। इस बैठक में करीब एक दर्जन राजनीतिक दलों ने हिस्सा लिया।
बैठक के दौरान विपक्षी नेताओं ने मीडिया को संबोधित करते हुए मोदी सरकार को सवालों के कटघरे में खड़ा किया है।
मीडिया को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि संसद में विपक्ष कई मुद्दों पर सरकार से सवाल पूछ रही है। लेकिन विपक्ष की आवाज को दबाया जा रहा है।
क्या कारण है कि सदन में इस मुद्दे पर बात नहीं हो रही? हम सवाल उठाते हैं तो हमारे बारे में कहा जाता है कि हम सदन की कार्यवाही में विघ्न डाल रहे हैं। हम सिर्फ अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने की कोशिश कर रहे हैं।
यह सिर्फ मैं नहीं। बल्कि यहां मौजूद हर विपक्षी नेता का कहना है कि हम सिर्फ अपनी जिम्मेदारी पूरा कर रहे हैं।
पेगासस हथियार हिंदुस्तान के खिलाफ इस्तेमाल किया गया है। जबकि इसका इस्तेमाल आतंकवादियों और देशद्रोहियों के खिलाफ होना चाहिए था।
हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से यह पूछना चाहते हैं कि उन्होंने पेगासस हथियार का इस्तेमाल हिंदुस्तान के लोकतांत्रिक संस्थाओं के खिलाफ क्यों किया।
हम संसद को चलने से रोक नहीं रहे। बल्कि अपनी आवाज को बुलंद करना चाहते हैं। सरकार को जवाब देना होगा कि आखिर उन्होंने पेगासस को क्यों खरीदा।
आपको बता दें कि संसद के दोनों सदनों में इस वक्त विपक्षी दलों द्वारा के मुद्दों पर सरकार को गिरते हुए हंगामा किया जा रहा है। विपक्षी दलों की मांग है कि पेगासस के विषय पर चर्चा की जाए।