पेगासस जासूसी के मुद्दे पर विपक्ष सरकार को घेरने में जुटी है। बुधवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कई विपक्षी दलों के नेताओं के साथ रणनीति बनाई तो अब केंद्र के सत्ताधारी दल भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने इसे विपक्षी एकता का ड्रामा बताया है। बीजेपी ने तंज कसते हुए यह भी कहा है कि राहुल गांधी की जासूसी से क्या हासिल होगा? साथ ही पूछा कि यदि राहुल गांधी को लगता है कि उनकी जासूसी हुई है तो वह शिकायत क्यों नहीं दर्ज करा रहे हैं?
बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, ”यदि उनका (राहुल गांधी) का फोन हथियार है, अब तक उन्होंने शिकायत नहीं दर्ज कराई है, वे केवल प्रेस कॉन्फ्रेंस क्यों कर रहे हैं। कोई राहुल गांधी की जासूसी क्यों करेगा? वह कांग्रेस पार्टी को चलाने में विफल हैं। उनकी जासूसी से क्या मिलेगा? राहुल जी आपको अपने फोन की जांच करानी चाहिए।”
बीजेपी प्रवक्ता ने आगे कहा, ”विपक्षी पार्टियां क्या चाहती हैं? उनका एक ही लक्ष्य है, अपने परिवारों को बचाना। राहुल और प्रियंका केवल राजनीतिक रूप से स्थापित होना चाहते हैं। पीएम मोदी की चिंता सिर्फ भारत को विकास के पथ पर स्थापित करने की है। जनता विपक्षी एकता के ड्रामे को समझती है।” संबित पात्रा ने कहा, ”पीएम मोदी अहम मुद्दों पर बैठक बुलाते हैं, लेकिन कांग्रेस बायकॉट कर देती है। आप (राहुल गांधी) कह रहे हैं कि एक फर्जी उद्देश्य (पेगासस) हमारे लिए अहम है, कोविड नहीं। आप लोगों की जिंदगी के साथ खेल रहे हैं। आप लोगों की आवाज को दबा रहे हैं।”