Ashutosh Gupta, Raebareli:कोरोना संक्रमितों की सोशल मीडिया द्वारा मदद कर रहे डीह निवासी सूर्य प्रकाश अग्रहरि और पूरे पांडेय निवासी लक्ष्मी यादव ने एक बार फिर किसी अनजान की जान बचाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है। सोशल मीडिया के जरिये इन लोगों ने कई लोगों को वक्त पर दवा, बेड, अस्पताल, प्लाज्मा, प्लेटलेट्स, ब्लड और यहाँ तक कि ऑक्सीजन मुहैया कराया है लेकिन इस बार इन्होंने ऐसा काम किया है जो इन योद्धाओं के लिए असंभव सा कार्य था। दो दिन पूर्व इलाहाबाद के रहने वाले एक व्यक्ति ने दिल्ली में लक्ष्मी से मदद मांगी और वह मदद इसीएमओ मशीन बेड की थी जोकि दिल्ली में केवल सत्रह हैं। इसीएमओ को जीवन रक्षक माना जाता है जिसमे कृत्रिम फेफड़े लगे होते है। दोनों सोशल मीडिया में जानकारी इक्कट्ठा करते रहे रात बीत गई लेकिन कोई मदद न हो पाई।
सुबह सूर्य प्रकाश ने अमेठी की सांसद श्रीमती स्मृति जुबिन ईरानी से सीधा संपर्क किया। सांसद महोदया ने पूरी स्थिति जानी और फिर मरीज के पिता से सीधा संपर्क कर उन्हें पूर्ण मदद का आश्वासन दिया। दिल्ली में कही भी इसीएमओ बेड खाली न होने की स्थिति में भी स्मृति ईरानी जी ने दिल्ली के एक बड़े अस्पताल मैक्स से पूरी एक टीम को बत्रा हॉस्पिटल रवाना किया। सारी औपचारिकता पूर्ण होने के बाद मरीज को कल रात इसीएमओ बेड पर ट्रांसफर कर मैक्स हॉस्पिटल लाया गया जहाँ उनका इलाज शुरू हो गया है। इस पूरी प्रक्रिया में ममता मिश्र की भूमिका भी महत्त्वपूर्ण है।
सिविल सेवा की तैयारी करने वाले सूर्य प्रकाश औए बीबीएयू लखनऊ में पढ़ने वाली लक्ष्मी यादव के प्रयासों और स्मृति ईरानी के मदद से यह असंभव सा कार्य संभव हो पाया। इस प्रयास से दोनों का मनोबल और अधिक बढ़ा है।