मुंबई: प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने किसानों के समर्थन में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को पत्र लिखकर कहा है कि अगर किसानों के मुद्दों को हल नहीं किया गया तो वे केंद्र सरकार के खिलाफ भूख हड़ताल करेंगे। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर किसानों की मांगें अनसुनी रहती है तो वह ‘जन आंदोलन’ की शुरुआत करेंगे। अन्ना हजारे ने कहा कि तत्कालीन कांग्रेस सरकार को ‘लोकपाल आंदोलन’ के दौरान हिला दिया था। मैं इन किसानों के विरोध को उसी तर्ज पर देखता हूं। अन्ना ने कहा कि किसानों द्वारा किए गए भारत बंद के दौरान मैंने अपने गांव रालेगांव सिद्धि में एक दिन का उपवास किया था। किसानों की मांगों पर मेरा पूरा समर्थन है। अन्ना ने कहा कि किसी देश में किसान के खिलाफ कोई कानून स्वीकृत नहीं किया जा सकता है, जो उनके खिलाफ हो। अगर सरकार ऐसा करती है, तो इसके खिलाफ आंदोलन उचित है।
बता दें कि पिछले कुछ महीनों में मुख्य रूप से पंजाब और हरियाणा के हजारों किसान तीन नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि हाल के दिनों में संसद में पारित किए गए तीनों कानूनों को रद किया जाए। किसानों ने 8 दिसंबर को भारत बंद का आह्वान किया था। 12 दिसंबर को हाईवे बंद करने का आह्वान किया था। 14 दिसंबर को जिला मुख्यालयों पर धरना और किसान नेताओं ने एक दिन की भूख हड़ताल की।