अजय सिंह, इंदौर: प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष जीतू पटवारी के एक विवादित ट्वीट से भाजपा खुश नजर आ रही है। भाजपा सरकार को घेरने के बाद पटवारी ने ट्वीट किया, लेकिन कटघरे में कमल नाथ सरकार को ही खड़ा कर दिया।
शुक्रवार को पटवारी के ट्विटर हैंडल से एक ट्वीट किया गया कि 2019 में 10 हजार से ज्यादा किसानों और खेतिहर मजदूरों ने आत्महत्या की। इसके अलावा 32 हजार से ज्यादा दिहाड़ी मजदूरों ने भी जान दी। उन्होंने राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो को आंकड़ों का स्रोत बताया। ट्वीट के साथ पटवारी ने लिखा कि मोदी और शिवराज सरकार की किसान विरोधी नीतियों के कारण ऐसा हुआ। भाजपा ने इस ट्वीट को हाथोहाथ लिया। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता जेपी मूलचंदानी ने ट्वीट का स्क्रीन शॉट लेकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। भाजपा प्रवक्ता ने ट्वीट किया कि पटवारी ने कमल नाथ पर ही निशाना साध दिया। भाजपा को पटवारी जैसे वीरों की ही जरूरत है जो लोगों को ये बताए कि कांग्रेस के शासनकाल यानी 2019 में प्रदेश में कितने लोगों ने आत्महत्या की। ट्वीट के चर्चा में आने और अपनी सरकार को घेरे में आते देख पटवारी ने शनिवार दोपहर ट्वीट हटा दिया। ट्वीट के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि मैं भाजपा के आरोपों पर जवाब देना पसंद नहीं करता।
पटवारी इससे पहले भी कई बार अपने विवादित ट्वीट के चलते चर्चा में आ चुके हैं। बीते दिनों प्रधानमंत्री मोदी को लेकर किए दो ट्वीट भी उन्होंने विवाद के बाद हटा दिए थे। एक ट्वीट को लेकर तो भाजपा नेताओं ने पुलिस में शिकायत भी कर दी थी।