मप्र ब्यूरो: भिंड जिले की लहार तहसील में दिन दहाड़े अवैध खनन चल रहा है। लहार के अजनार क्षेत्र में खुले आम यह गैर कानूनी काम चल रहा है। खनन माफियाओं ने कई एकड़ भूमि पर अवैध बालू डंप कर पहाड़ बना दिया है। जिम्मेदारों से सांठगांठ के चलते कोई इन्हें रोकने वाला नहीं है। खनिज विभाग में भी इनका ठीकठाक तालमेल है। यही कारण है कि शिकायत के बावजूद गांव में कोई भी अधिकारी या पुलिस छापा नहीं मार रही है। जिन किसानों की भूमि पर बालू डंप किया गया है वे भय के चलते अपना मुंह बंद किए हैं। अजनार में खसरा नंबर 1172 का खनन के लिए आवंटन ना होने पर भी माफिया इस भूमि पर लगातार खनन कर रहे हैं और शिकायत करने पर जान से मारने की धमकी देते हैं।
मध्यप्रदेश की सीमा पर बसा अजनार खनन माफिया के लिए सबसे मुफीस अड्डा बना हुआ है। माफिया धड़ल्ले से दिन रात अवैध बालू खनन में लगे हैं। इसमें कई सफेदपोशों के शामिल होने से जिम्मेदार जानते हुए भी अनजान बने हैं। इस गांव में बालू खनन ही मुख्य व्यवसाय बन गया है।
अजनार में बालू खनन ही मुख्य व्यवसाय बन गया है। माफिया ने किसानों को किराए के नाम पर औने पौने रुपये देकर उनके खेत में जबरन बालू डंप बना लिया है। भय के कारण कोई किसान कुछ कहने का साहस नहीं जुटा पाता है। रोज चाहे दिन हो या रात हर समय ट्रैक्टर व जेसीबी की गड़गड़ाहट सुनी जा सकती है। यहां पर ट्रैक्टर चालक तेज रफ्तार में ट्रैक्टर दौड़ाते हुए देखे जा सकते हैं। हर समय सड़कों पर बालू खनन के साथ मौत दौड़ती नजर आती है। माफिया लगातार राजस्व को क्षति पहुंचा रहे हैं।
अभी कुछ दिन पहले भिंड जिले की लहार विधानसभा से सात बार के विधायक पूर्व मंत्री कांग्रेस के कद्दावर नेता डॉ गोविंद सिंह नदियों के संरक्षण को लेकर स्वतंत्रता दिवस के दिन एक दिवसीय सांकेतिक उपवास पर बैठे थे। इस दौरान एक सैकड़ा के लगभग कांग्रेसी उनके साथ धरने एवं उपवास में शामिल हुए। साथ ही अलग-अलग पार्टियों के नेताओं ने भी धरना स्थल पर पहुंचकर सिंध एवं चम्बल नदियों से अवैध रेत उत्खनन के खिलाफ डॉक्टर गोविंद सिंह को अपना समर्थन दिया था। डॉक्टर गोविंद सिंह ने कहा कि अगर सरकार नहीं जागी तो वह बड़ा आंदोलन करेंगे।