फरहान डार, श्रीनगर: केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शेर-ए-कश्मीर क्रिकेट स्टेडियम में 74वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर तिरंगा फहराया। उपराज्यपाल ने समारोह में परेड का निरीक्षण किया और सलामी ली। इस दौरान उन्होंने ने कहा कि 2019 के संवैधानिक परिवर्तन से 50 बड़े फैसले लिए गए जिससे जम्मू-कश्मीर में सामान्य स्थिति की बहाली और विकास के एक नए युग की शुरुआत हुई है।
उपराज्यपाल ने कहा है कि जम्मू-कश्मीर की तस्वीर बदलने के लिए पांच मंत्र तय किए गए हैं जिनमें प्रशासन में पारदर्शिता, जमीनी लोकतंत्र की बहाली, लोक कल्याण, विकास के साथ साथ रोजगार के अवसर बढ़ाना शामिल हैं। इसके साथ ही उपराज्यपाल सिन्हा ने कोरोना महामारी से लोगों को बचाने में जुटे चिकित्सा कर्मचारियों (फ्रंट लाइनर योद्धा, कोरोना वारियर्स) को अब 25 लाख का अतिरिक्त अनुग्रह बीमा कवर की घोषणा भी की।
बता दें कि पहले से ही केंद्र सरकार की ओर से चिकित्सा कर्मचारियों को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज, बीमा योजना के तहत 50 लाख का बीमा कवर दिया जा रहा है। उपराज्यपाल की उक्त घोषणा इस सहायता के अतिरिक्त होगी। यानी अब राज्य में कोरोना से चिकित्सा कर्मचारियों की मौत पर उनके परिजनों को 75 लाख रुपये का बीमा कवर मिलेगा। इस दौरान उपराज्यपाल ने स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदानों को याद किया और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
उपराज्यपाल ने कहा कि राज्य के लोगों के लिए सरकार की पहलकदमियों का उल्लेख करते हुए कहा कि नए कानून और नई आरक्षण नीति पश्चिम पाकिस्तान के शरणार्थियों, पहाड़ी भाषी लोगों, सफाई-कर्मचारियों और जम्मू-कश्मीर की महिलाओं (जिन्होंने राज्य के बाहर के लोगों से शादियां की हैं) को समानता और न्याय प्रदान करेगा। उन्होंने बताया कि सरकार की ओर से आरक्षण नीति को और अधिक प्रभावी और समावेशी बनाया जा रहा है।
उपराज्यपाल (Lt Governor Sinha) ने कहा कि 30 लाख लाभार्थियों के साथ प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, आयुष्मान भारत के कार्यान्वयन में जम्मू-कश्मीर सबसे आगे है। हम जम्मू-कश्मीर में केंद्र सरकार की स्वास्थ्य योजना के लाभों को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने की योजना बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता दिवस हमें अखंडता के संरक्षण और सुरक्षा के लिए प्रेरित करता है। साथ ही गरीबी मुक्त, बीमारी मुक्त और अशिक्षा मुक्त समाज के निर्माण की ओर ले जाता है।