आशुतोष गुप्ता: विकास दुबे एनकाउंटर के बाद विपक्षी दलों ने पुलिस प्रशासन पर षड्यंत्र कर मारने का आरोप लगाया । जिसके बाद प्रशासन की इस कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह भी लग गया |विकास दुबे एनकाउंटर की निष्पक्ष जांच की मांग की आवाज उठने लगी जिसको ध्यान में रखते हुए सूबे की योगी सरकार ने रिटायर्ड जज की निगरानी में कमीशन बनाया गया जिसकी अगुवाई इलाहाबाद हाईकोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस शशिकांत अग्रवाल करेंगे |
आपको बताते चले की आज दिन सोमवार को जस्टिस शशिकांत अग्रवाल ने कानपुर शूटआउट प्रकरण की जांच शुरू कर दी है. सोमवार को वे गैंगस्टर विकास दुबे के गांव बिकरु पहुंचे. उन्होंने डीएम ब्रह्मदेव तिवारी और एसएसपी दिनेश कुमार पी के साथ गांव वालों से बातचीत कर 2 जुलाई को हुए घटनाक्रम की जानकारी ली. इस दौरान जस्टिस शशिकांत ने बिकरु गांव में विकास दुबे के घर के मलबे को देखा. इसके बाद उन जगहों पर गए, जहां मुठभेड़ के दौरान पुलिसकर्मियों की हत्या की गई थी. अधिकारियों ने वे घर भी दिखाए जहां से 2 जुलाई की रात फायरिंग हुई थी.राज्य सरकार ने बताया कि जांच आयोग 2 जुलाई को अपराधी विकास दुबे व उसके सहयोगियों द्वारा की गई घटना जिसमे आठ पुलिसकर्मियों की हत्या हुई थी व अन्य कर्मी घ्यायल हुए थे उनकी गहनतापूर्वक जांच करेगा|