उज्जैन: “हमने उसे महाकाल चौकी से हिरासत में लिया और फिर थाने ले आए। यहां वह बहुत गुस्से में था। हमसे कहने लगा कि अगर मैं उत्तर प्रदेश में होता तो तुम्हारे घरों में आग लगवा देता, तुम्हारे हाथ-पैर कटवा देता। बर्बाद कर देता। मैंने उसे हथकड़ी लगा रखी थी, इसलिए मुझ पर वह ज्यादा गुस्सा कर रहा था। उसे गाड़ी में बैठाने के लिए ले जा रहे थे, तो उसने अपशब्द कहना शुरू कर दिए। मुझे गुस्सा आया तो एक थप्पड़ (कंटाप) लगा दिया।”
यह कहना है मध्य प्रदेश के उज्जैन के महाकाल थाने में पदस्थ कांस्टेबल विजय राठौर का। कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे को गुरुवार को महाकाल मंदिर से पकड़ने वाले पुलिसकर्मियों में विजय भी शामिल थे। महाकाल थाने के स्टाफ को भी जब दुबे के एनकाउंटर की खबर लगी तो सभी चौंक गए। 24 घंटे पहले जिस मोस्ट वांटेड अपराधी को उन्होंने पकड़ा था, वह ढेर हो चुका था। पुलिसकर्मियों के अनुसार, पकड़ में आने के बाद विकास दुबे बार-बार धमकियां देते हुए अनाप-शनाप बातें कह रहा था। बाद में पुलिस के आलाधिकारियों ने उससे पूछताछ शुरू की थी तो वह चुप हो गया था।