अजय सिंह, इंदौर: सड़क से गुजर रही महिलाओं और राहगीरों पर सैनिटाइजर का छिड़काव करने वाले दो निगमकर्मियों पर गाज गिरी है। एक स्थायी कर्मचारी को निलंबित कर दिया गया है, जबकि दूसरे की सेवा समाप्त कर दी गई है। यह कार्रवाई निगमायुक्त प्रतिभा पाल ने सोमवार को तब की जब दोनों कर्मियों का वीडियो वायरल हुआ। वीडियो में वे महिलाओं और राहगीरों पर टैंकर की पाइप से सैनिटाइजर छिड़क रहे थे। घटना नेहरू नगर मेन रोड की है। आयुक्त को वीडियो के साथ शिकायत मिली थी कि जोन-छह के वार्ड 25 में काम करने वाले दो सफाई कर्मियों द्वारा जबरन नागरिकों पर सैनिटाइजर छिड़का जा रहा है।
निगमायुक्त के मुताबिक वीडियो देखने पर प्रथम दृष्टया मामला सदाचार और अनुशासनहीनता का है। आयुक्त ने इस पर स्थायी सफाई संरक्षक पूनम पिता मुन्नालाल को निलंबित कर उसे ट्रेचिंग ग्राउंड भेज दिया, जबकि दूसरे अस्थायी दैनिक वेतन भोगी अविनाश पिता दिलीप को काम में लापरवाही बरतने और नागरिकों को परेशान करने पर सेवा से बर्खास्त कर दिया। उसके पारिश्रमिक भुगतान पर भी तुरंत प्रभाव से रोक लगा दी गई है।
आयुक्त ने साफ निर्देश दिए हैं कि सड़कों, गलियों और खुले स्थानों पर नागरिकों और राहगीरों पर सैनिटाइजर नहीं छिड़का जाए। मुख्य मार्ग में सुबह शाम सैनिटाइजेशन किया जाए। गलियों में दोपहर के समय सैनिटाइजेशन किया जाए ताकि आवागमन प्रभावित न हो और लोग परेशान न हों। गौरतलब है कि इंदौर में कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिए नगर निगम द्वारा सैनिटाइजेशन काम किया जा रहा है। ऐसे में सैनिटाइजिंग करने वाले कर्मचारियों की यह शिकायत मिली थी।