प्रशांत शर्मा, रायबरेली ब्यूरो: मुंबई से 1 सप्ताह पूर्व आया युवक कोरोना वायरस महामारी की चपेट में आने से गांव में हड़कंप मच गया। युवक की कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद प्रशासन के हाथ पाव भी फूल ने लगे हैं। सूचना मिलने के बाद पुलिस व तहसील प्रशासन ने गांव को चारों तरफ से सील कर दिया है।
युवक जिला अस्पताल रेफर
डलमऊ कोतवाली क्षेत्र के ग्राम पूरे गुलाब मजरे कुरौली दमा निवासी सुजीत कुमार 19 वर्ष पुत्र भगवानदीन 15 मई को ट्रेन से रायबरेली और बस के माध्यम से डलमऊ पहुंचा था उसके साथ उसके पड़ोसी राकेश कुमार 20 वर्ष पुत्र अशोक कुमार बचन लाल 55 वर्ष पुत्र मातादीन महाराष्ट्र से आए हुए थे। युवक के आने के उपरांत निगरानी समिति इस पर ध्यान नहीं दिया बीते 19 मई को युवक की हालत जब बिगड़ने लगी तो युवक का बड़ा भाई रंजीत 19 वर्ष अजीत 18 वर्ष तथा उसकी मां केश कली ठेले में लादकर सरकारी अस्पताल उपचार कराने के लिए आई हुई थी। जहां पर चिकित्सकों ने युवक की थर्मल स्क्रीनिंग की जांच कर की जिसके बाद चिकित्सकों ने कोरोना वायरस के लक्षण देखकर संदिग्ध अवस्था में युवक को जिला अस्पताल रेफर कर दिया। जिसके बाद जिला अस्पताल से युवक के खून के नमूने लेकर जांच के लिए लैब भेजा गया था ।
आनन-फानन में गांव सील
शुक्रवार को रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने पर अधिकारियों ने आनन-फानन गांव को सील कर दिया है। ग्रामीणों ने बताया कि युवक के पिता अभी महाराष्ट्र में ही है प्रशासन ने आसपास के लोगों के नाम लिखकर जांच पड़ताल में जुट गया है। प्रशासन लगभग 1 दर्जन से अधिक पड़ोसियों को क्वॉरेंटाइन सेंटर भेजने की तैयारी कर रहा है। मौके पर कोतवाली प्रभारी श्रीराम उपजिलाधिकारी सविता यादव, तहसीलदार प्रतीत त्रिपाठी स्वास्थ्य विभाग की टीम मौजूद है। सीएचसी प्रभारी विनोद कुमार सिंह ने बताया कि परिवार के सदस्यों को एंबुलेंस से जांच के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है। वही WHO की टीम को निर्देशित कर आसपास के लोगों की जांच पड़ताल के लिए भेजा जा रहा है।