पंकज पांडेय, कानपुर : कानपुर के कांशीराम अस्पताल में भर्ती रायपुरवा थाने के संक्रमित सिपाही ने जब कोरोना पॉजिटिव आई तीन साल की बेटी को देखा तो फफककर रो पड़ा। मां से दूर बच्ची और पिता की बेबसी देखकर अस्पताल में मौजूद स्टाफ भी अपने आंसू न रोक सका। इसके बाद बच्ची को पिता के बगल वाले बेड पर ही रखा गया।
इसके पहले मेडिकल टीम जब बच्ची को लेने उसके घर पहुंची तो उसका सवाल ‘मेरे पापा कहां हैं’ सुनकर डॉक्टर भी रो पड़े। मासूम से कहा तुम्हारे पापा ने ही तुम्हें बुलाया है। रायपुरवा थाने में तैनात सिपाही अनवरगंज थाने के आवास में परिवार के साथ रहता है।
पांच दिन पहले कोरोना की पुष्टि होने के बाद सिपाही को कांशीराम अस्पताल में भर्ती करवाकर पूरे परिवार को घर में क्वारंटीन किया था। शनिवार को परिवार के बाकी सदस्यों की रिपोर्ट आई तो तीन साल की बेटी भी संक्रमित पाई गई। दोपहर में मेडिकल टीम जब बच्ची को लेने पहुंची तो उसने कहा कि पापा पता नहीं कहा चले गए और मम्मी मेरे पास नहीं आती।
मां की तरफ देखकर बच्ची ने पूछा, बताती क्यों नहीं, पापा कब आएंगे। कोरोना के संकट से अंजान बच्ची की बातें सुनकर मेडिकल टीम के हर सदस्य की आंखें भीग गईं। हिम्मत जुटाकर कुछ कर्मचारी आगे बढ़े और बच्ची से कहा कि मम्मी नाराज हैं। इसलिए पापा ने आपको अपने पास बुलाया है।
किसी तरह टीम उसे लेकर कांशीराम अस्पताल पहुंची। पापा को देखते ही बच्ची उनके पास जाने की जिद करने लगी और सिपाही फफककर रोने लगा। मासूम बच्ची के साथ पिता की हालत देख वार्ड के मरीजों से लेकर अस्पताल के कर्मचारियों की आंखें भर आईं।
संक्रमण की चेन में एक और सिपाही
पुलिसवालों के बीच बन रहे कोरोना संक्रमण की चेन में एक और सिपाही घिर गया। शनिवार को आई रिपोर्ट में ट्रैफिक का एक सिपाही संक्रमित पाया गया। यह सिपाही रायपुरवा थाने के कैपर चौकी में बने आवास में परिवार के साथ रहता है। रिपोर्ट आने के बाद उसके परिवार के बाकी सदस्यों को क्वारंटीन किया गया है। इसके साथ शहर में अब तक 13 पुलिसकर्मी कोरोना के चपेट में आ चुके हैं।