New Delhi, Bureau: लोकपाल के सदस्य रिटायर्ड जस्टिस अजय त्रिपाठी की कोरोना से मौत हो गई है। वह कोरोना से संक्रमित हो गए थे, इसके बाद उन्हें दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती कराया गया था। मिली जानकारी के अनुसार उन्हें कोरोना के कारण दो अप्रैल को एम्स में भर्ती कराया गया था। उनकी उम्र 62 वर्ष बताई जा रही है।
उन्हें कोरोना के संक्रमण के बाद जब एम्स लाया गया तब उनकी हालत काफी खराब हो गई थी। उन्हें वेंटिलेटर पर रख कर उपचार किया जा रहा था। हालांकि डॉक्टरों की काफी कोशिश के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका और उनकी मौत हो गई है। इधर रिटायर्ट जस्टिस त्रिपाठी की बेटी और रसोइया को भी कोरोना का संक्रमण हुआ था हालांकि वह दोनों लोग फिलहाल स्वस्थ्य बताएं जा रहे हैं।
इधर, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में अन्य राज्यों से आए करीब 100 मरीजों को मुफ्त चिकित्सा उपलब्ध कराने की मांग को लेकर दायर याचिका पर दिल्ली हाई कोर्ट ने केंद्र व दिल्ली सरकार से जवाब मांगा है। याचिकाकर्ता का दावा है कि पहले इन मरीजों का एम्स में इलाज हो रहा था, लेकिन कोरोना महामारी के बाद से इन रोगियों का इलाज बंद हो गया है।
आठ मई को होगी अगली सुनवाई
याचिकाकर्ता करण सेठ के अधिवक्ता ने पीठ से कहा कि इनमें से कई मरीज कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से पीड़ित हैं और उनकी प्रतिरोधक क्षमता भी कम है फिर भी इनको रैन बसेरों में रखा है जहां सुविधाओं का अभाव है। अधिवक्ता अनुपम श्रीवास्तव की मांग पर पीठ ने दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड (डीयूएसआइबी) को भी पक्षकार बनाकर नोटिस जारी किया। याचिका पर अगली सुनवाई 8 मई को होगी।