अजय सिंह, ब्यूरो प्रमुख, इंदौर: कोरोना वायरस से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने बड़े पैमाने पर योजना बनाई है। इसमें 700 बेड का नया अस्पताल और 140 आईसीयू बेड की जरूरत बताई गई है। साथ ही महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज की हर दिन 1000 सैंपल जांचने की क्षमता वाली माइक्रो बायोलॉजी लैब की दरकार भी है। एमजीएम मेडिकल कॉलेज की ओर से तैयार इस तरह का प्रस्ताव भारत सरकार के केंद्रीय दल और राज्य शासन को सौंपा गया है।
देखा जाए तो एमजीएम मेडिकल कॉलेज की लैब में फिलहाल 400 सैंपल जांचने की क्षमता है। लैब की क्षमता बढ़ाने के लिए इसमें मशीन और उपकरण के रूप में कोल्ड रूम, आरएनए एक्सट्रेक्टर, डीप फ्रीजर सहित अन्य उपकरण शामिल हैं। साथ ही मैनपॉवर की जरूरत भी होगी। इसमें साइंटिस्ट, डॉक्टर, तकनीशियन, लैब असिस्टेंट शामिल हैं। फिलहाल लैब में तीन साइंटिस्ट हैं। इनकी संख्या दोगुनी करनी होगी।
600 आईसीयू बेड की व्यवस्था करने जा रहे- DM
कोविड-19 वायरस के संक्रमण को देखते हुए जिला प्रशासन ने भविष्य को देखते हुए एक समग्र योजना भी बनाई है। इसे लेकर कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि हम 600 आईसीयू बेड की व्यवस्था करने जा रहे हैं। इसमें से आधे वेंटिलेटर बेड होंगे। फिलहाल हमारे पास 309 आईसीयू बेड हैं। इसके अलावा करीब 550 सामान्य ऑक्सीजनयुक्त बेड की व्यवस्था करेंगे। यह इंतजाम हम कोविड केयर सेटरों पर कर सकेंगे। हमारे पास एमवाय अस्पताल में 800 बेड पर ऑक्सीजन सपोर्ट है। इसके अलावा और भी कई सुविधाओं की जरूरत को देखते हुए शासन को प्रस्ताव भेज रहे हैं।