Saurabh Arora, Gwalior: कोरोना महामारी के कारण इस साल विवाह समारोह का आयोजन नहीं हो पाएगा। साथ ही ग्रहयोग नहीं मिलने के कारण कई जोड़ों के विवाह एक से दो साल के लिए आगे बढ़ गए हैं। ज्योतिषाचार्य एचसी जैन के अनुसार मई और जून माह में सबसे अधिक विवाह मुहूर्त थे। लेकिन लॉकडाउन के कारण सभी लोग संशय की स्थिति में है कि विवाह समारोह की इजाजत मिलेगी या नहीं ।
इस लॉकडाउन के कारण अब वर वधु के परिजन विवाह समारोह की तिथियों को आगे बढ़ा रहे हैं। जून के बाद 25 नवंबर को देवउठानी एकादशी और 30 नवंबर को केवल दो मुहूर्त हैं। इसके बाद दिसंबर में 7 व 9 दिसंबर को केवल दो विवाह मुहूर्त हैं। 14 दिसम्बर से जनवरी तक धनु मलमास रहेगा। 17 जनवरी 2021 से 14 फरवरी तक गुरु अस्त रहेंगे। 13 फरवरी से 18 अप्रैल तक शुक्रतारा अस्त रहेगा। इसके बाद 25 अप्रैल 2021 को पहला विवाह मुहूर्त बनेगा। इसके चलते एक वर्ष का इंतजार लोगों को विवाह के लिए करना होगा।