Patna Bureau: चुनाव विशेषज्ञ प्रशांत किशोर उर्फ पीके ने शनिवार को अपने पूर्व राजनीतिक साथी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार के लोग देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे हुए हैं और जदयू प्रमुख इस मुद्दे को उठाने के बजाय ‘लॉकडाउन के सिद्धांत’ पढ़ा रहे हैं।
पीके ने ट्वीट किया, बिहार के लोग पूरे देश में इधर-उधर फंसे हुए हैं और नीतीश कुमार लॉकडाउन के सिद्धांत बता रहे हैं। दूसरे राज्यों की सरकारें कुछ कर रही होंगी लेकिन नीतीश कुमार ने संबंधित राज्यों से बात तक नहीं की है। उन्होंने प्रधानमंत्री की मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में भी यह मुद्दा नहीं उठाया।
एक समय नीतीश कुमार के करीबी माने जाने वाले प्रशांत किशोर अपने राजनीतिक मतभेदों के चलते जदयू से अलग हो गए थे। उन्होंने ट्वीट में एक समाचार रिपोर्ट संलग्न की है जो उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा राजस्थान के कोटा से अपने छात्रों को लाने के लिए बस भेजने पर नीतीश की आपत्ति के बारे में है।
नीतीश बोले- बसें भेजना लॉकडाउन का मखौल उड़ाने जैसा
बता दें कि नीतीश कुमार ने योगी सरकार के कोटा बस भेजने के फैसले को लॉकडाउन का मखौल उड़ाना बताया है। उन्होंने राजस्थान सरकार से बसों का परमिट वापस लेने और कोटा में ही विद्यार्थियों को सुविधा व सुरक्षा देने की मांग की। नीतीश कई बार यह कह चुके हैं कि इस तरह से सड़क मार्ग से लोगों के आने-जाने से लॉकडाउन के साथ खिलवाड़ होता है।
यूपी सरकार ने कोटा भेजी हैं 300 बसें
बता दें कि राजस्थान सरकार की सहमति के बाद यूपी सरकार ने अपनी तीन सौ बसें कोटा भेजकर वहां फंसे अपने राज्य के छात्रों को निकाल रही है। घर लौटने की अफरा-तफरी के बीच सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ गईं। छात्र जैसे-तैसे बस पर सवार होने लगे हैं। जिसको लेकर लॉकडाउन उल्लंघन एक अलग ही विवाद खड़ा हो गया है।