Pankaj Pandey, UP Bureau: फर्रुखाबाद- हर पिता को अपने बच्चों की शादी धूमधाम से करने की इच्छा होती है, मगर विधि का विधान देखिए। कोरोना वायरस के साये के चलते कोई रिश्तेदार घर नहीं आ-जा सकता। यही वजह रही कि एक युवती की बरात आई, तो उसमें दूल्हा, उसका पिता, बड़ा भाई और ताऊ पहुंचे। छह-छह फीट दूरी पर बने गोलों में बैठाया गया। बरात में न कोई रिश्तेदार और न ही गांव-मोहल्ले के लोग शामिल हुए।
दोपहर बाद दुल्हन शिवी बाबुल के घर से ससुराल को विदा हो गई। राजेपुर कस्बे के उमेश कुमार सक्सेना जमीन फट्टा बिछाकर अनाज खरीद का काम करते हैं। उन्होंने अपनी बेटी शिवी (21) की शादी शाहजहांपुर के कलान कस्बे के राज मिस्त्री सत्यपाल के बेटे अनिल कुमार के साथ तय की थी।
अनिल इंटरमीडिएट में पढ़ता है। लॉकडाउन के बाद असमंजस में फंसे उमेश व सत्यपाल ने तय किया कि वह लॉकडाउन के सभी नियमों का पालन करेंगे। बरात रात में रुकेगी नहीं। सभी कार्यक्रम दिन में ही होंगे। इसके बाद बुधवार सुबह सात बजे चंद बरातियों के साथ बरात पहुंची।
बरात में दूल्हा अनिल, उसके पिता, बड़ा भाई अरविंद और ताऊ नेत्रपाल शामिल रहे। शिवी के पिता ने सामाजिक दूरी का पूरा ख्याल रखा। उन्होंने छह-छह फीट पर गोले बनाए। उन्हीं में बरातियों को बैठाया गया। स्वागत सत्कार के बाद नाश्त व भोजन कराया गया। पं. रामशंकर ने वेद मंत्रोच्चार के साथ द्वारचार कराया। अनिल व शिवी के सात फेरे डलवाए व अन्य रश्में भी हुईं। पर सोशल डिस्टेंस का खयाल रखा गया।