Shaktiman Vaish, International Desk: चीन में कोरोना वायरस के 63 नए मामले सामने आए हैं। इनमें दो घरेलू मरीज और 61 आयातित मरीज (दूसरे देशों से आए चीनी) शामिल हैं। 63 नए मामलों के साथ चीन में एक फिर से कोरोना फैलने का संकट मंडराने लगा है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने गुरुवार को कहा कि चीन में बुधवार को दो महीने से अधिक समय के बाद लॉकडाउन हटाया गया था लेकिन नए मामलों से देश की चिंता बढ़ने लगी है।
स्वास्थ्य प्राधिकरण ने कहा कि देश में दो लोगों की मौत के साथ कुल मृत्यु का आंकड़ा 3,335 हो गया है। वहीं, कुल कोरोना वायरस के मामले 81,865 तक पहुंच चुके हैं। चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग (एनएचसी) ने गुरुवार को कहा कि उसे बुधवार को 63 नए कोरोना वायरस मामलों की पॉजिटिव रिपोर्ट मिली, जिनमें से 61 आयातित हैं।
चीन में कुछ समय पहले तक नए मामले आने बंद हो गए थे। लगातार तीन दिन तक तो कोई भी घरेलू मरीज नहीं मिला था। लेकिन देश में एक बार फिर से नए मामले आने शुरू हो गए हैं। 63 नए कोरोना मरीज मिलने के बाद अब चीन में फिर से सामने आए मामलों की संख्या 1,104 हो गई है।
कोरोना रिसर्च में चीन अव्वल, वैक्सीन तलाशने की कोशिशें तेज
कोरोना वायरस से बचने के लिए दुनिया में जितने भी रिसर्च और क्लिनिकल शोध चल रहे हैं उनमें सबसे ज्यादा 60 शोध और प्रयोगों के साथ चीन सबसे अव्वल है। ब्रिटेन की एक कंपनी ने अपने सर्वे में बताया कि इस वक्त दुनिया के 39 देशों में कोरोना की वैक्सीन ढूंढने और इसको लेकर होने वाले गहन शोधों की संख्या करीब तीन सौ है जिसमें अकेले चीन में 60 शोध हो रहे हैं जबकि अमेरिका 49 शोध और अध्ययन करने वाला दूसरे नंबर का देश है।
ब्रिटेन की कंपनी फिनबोल्ड डॉट डॉम ने कोरोना वायरस रिसर्च इन्डेक्स जारी किया है जिसमें दुनिया के तमाम देशों में कोरोना के कन्फर्म मामलों के साथ होने वाले शोध और क्लिनिकल स्टडी का ब्यौरा पेश किया गया है। रिपोर्ट में चीन और अमेरिका की तारीफ करते हुए कहा गया है कि ये दोनों ही देश इस संकट से दुनिया को उबारने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा रहे हैं, जबकि अभी दुनिया के तमाम देश इस मामले में बहुत पीछे हैं। कंपनी के सह संस्थापक इडास केब के मुताबिक कोरोना वायरस से प्रभावित देशों में दूसरे नंबर पर रहने वाला स्पेन अभी रिसर्च इंडेक्स में बहुत पीछे है।