The Freedom News, Noida: सेक्टर 30 स्थित चाइल्ड पीजीआई में शनिवार को चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना ने दौरा किया। इस दौरान अस्पताल के डॉक्टर मंत्री के आवभगत में इस कदर जुट गए कि संस्थान में इलाज कराने आए मरीजों को मुसीबत का सामना करना पड़ा। निरीक्षण के दौरान पूरे परिसर में अफरी-तफरी का माहौल था। अव्यवस्थाओं का आलम यह था कि मरीजों को स्ट्रेचर तक नसीब नहीं हुई। तीमारदार मरीज को अपनी गोद में उठाकर ओपीडी में ले जाने को मजबूर हुए।
पैर में फ्रैक्चर था, मदद को नहीं आए कर्मचारी
मंत्री के दौरे के दौरान संस्थान में सुविधाएं बेपटरी पर गईं। ओपीडी में डॉक्टर नहीं दिखें। गेट के बाहर एक भी स्ट्रेचर न होने के चलते मरीजों को मुसीबत का सामना करना पड़ा। ग्रेटर नोएडा से आए जैकी सिंह ने बताया उनके बेटे दर्शन कुमार (6) के दाहिने पैर में फैक्चर हो गया था। 11 बजे जब चाइल्ड पीजीआई पहुंचे तो यहां स्ट्रेचर तक नहीं मिली। इसके बाद मरीज को अपनी गोद में उठाकर ओपीडी में ले जाना पड़ा।
मंत्री सुरेश खन्ना ने इमरजेंसी, ब्लड बैंक और न्यूरॉलजी वॉर्ड का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने मरीजों को उपलब्ध होने वाली सुविधाओं की जानकारी ली। मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि अस्पताल में बेडों की अपेक्षा फैकल्टी की संख्या बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है। इसके साथ ही नए वर्ष में मरीजों के लिए और भी सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी। मंत्री ने करीब 15 मिनट तक चाइल्ड पीजीआई के अफसरों के साथ बंद कमरे में मीटिंग की। किस मुद्दे पर मीटिंग हुई, मंत्री ने इस बारे में बताने से मना किया।
चाइल्ड पीजीआई के नर्सेज संघ ने 4 सूत्रीय मांगों को लेकर मंत्री सुरेश खन्ना को ज्ञापन सौंपा। संघ ने मंत्री के सामने मांग रखी कि उन्हें लखनऊ के संजय गांधी पीजीआई से समान वेतन भत्ता दिया जाए। इसके साथ ही प्रमोशन पॉलिसी के तहत नर्सों का प्रमोशन किया जाए। संघ के अध्यक्ष दिनेश लाल ने बताया कि पॉलिसी के तहत हर 3 साल पर नर्सों का प्रमोशन किया जाना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है।