लखनऊ ब्यूरो: कमलेश तिवारी की हत्या की साजिश रचने वाले तीन आरोपितों को लखनऊ पुलिस 72 घंटे की ट्रांजिट रिमांड पर लेकर सोमवार को राजधानी पहुंची। अहमदाबाद से तीनों को फ्लाइट से क्राइम ब्रांच की टीम उन्हें लेकर आई। अमौसी एयरपोर्ट के बाहर मीडियाकर्मियों के मौजूद होने की जानकारी मिलने पर पुलिस टीम उन्हें दूसरे रास्ते से लेकर निकल गई।
इसके बाद सोमवार को पूरे दिन आरोपित मौलाना शेख सलीम, फैजान और राशिद अहमद पठान को गुप्त स्थान पर रखा गया, जहां उनसे लखनऊ पुलिस ने पूछताछ की। इस दौरान आरोपितों ने कहा कि वर्ष 2015 में उन्होंने कमलेश तिवारी की ओर से दिए गए विवादित बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर देखा था। तब से वह कमलेश की हत्या की साजिश रच रहे थे। इसके लिए उन्होंने कई बार मीटिंग की थी।
सूत्रों के मुताबिक मौलाना शेख सलीम बार-बार हत्या की योजना को पूरा करने की बात करता था। सभी आरोपित एक दूसरे के परिचित थे। साजिश के तहत सोशल मीडिया पर कमलेश की गतिविधियों पर नजर रखा जा रहा था। आरोपित इस बात की कोशिश भी कर रहे थे कि किसी तरह कमलेश पार्टी के काम को लेकर सूरत आ जाएं। लंबे समय तक इंतजार करने के बाद भी जब कमलेश के सूरत आने की कोई संभावना नहीं दिखी तो 15 अक्टूबर बैठक आयोजित की थी। इस दौरान मौलाना शेख सलीम ने नाराजगी जताते हुए काम में देरी होने की बात कही थी। इसके बाद अशफाक और मोइनुद्दीन तैयार हो गए थे।
आरोपितों की साजिश की जानकारी उनके कई साथियों को थी। पूछताछ में तीनों ने इसकी पुष्टि की है। इसी क्रम में एटीएस ने लखनऊ पुलिस की मदद से नागपुर में एक अन्य आरोपित सैय्यद आसिम अली को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि सूरत के कई लोग साजिश में शामिल थे। इनमें से कुछ घर छोड़कर फरार हैं, जिनके बारे में गुजरात पुलिस पता लगा रही है।
UP से भी है कनेक्शन
हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी की हत्याकांड में साजिश करने वाले तीन आरोपित मौलाना शेख सलीम (24), फैजान (23) और राशिद अहमद पठान (23) हैं। इन्हें गुजरात एटीएस ने हत्या के दूसरे दिन 19 अक्टूबर को सूरत में पकड़ा था।