वाराणसी से दिनेश यादव: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को मजबूरी में मऊ से वाराणसी तक बुधवार रात सड़क मार्ग से आना पड़ा। इस दौरान करीब 125 किलोमीटर लंबे निर्माणाधीन वाराणसी-गोरखपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर यात्रा कर मुख्यमंत्री को आमजन के कष्टों का अहसास हुआ। सीएम योगी आदित्यनाथ सड़क की खराब हालत पर चिंतित दिखे। गुरुवार को यहां पर समीक्षा बैठक के दौरान उन्होंने 13 दिन यानी 30 अक्टूबर तक प्रदेश की सभी सड़कों को दुरुस्त करने का निर्देश दिया।
संबंधित विभागों के साथ बैठक करने का निर्णय
मऊ से वाराणसी की यात्रा के दौरान आम आदमी की तकलीफ को महसूस करते हुए उन्होंने वाराणसी से लौटने के बाद सड़क निर्माण से संबंधित विभागों के साथ बैठक करने का निर्णय लिया। इसमें प्रदेश की सड़कों को गड्ढा मुक्त करने की स्थिति व भविष्य की कार्य योजना की समीक्षा की। इस बैठक में सीएम योगी आदित्यनाथ ने लोक निर्माण विभाग तथा सड़क निर्माण से जुड़े अन्य विभाग के अधिकारियों को सख्त लहजे में चेतावनी दी कि उत्तर प्रदेश में सड़कें 30 अक्टूबर तक गड्ढा मुक्त होनी चाहिए। इसके साथ ही कहा कि सड़कों पर कहीं भी गो वंश न दिखें। बुधवार देर रात सीएम योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी में विकास कार्यों और कानून व्यवस्था को लेकर समीक्षा बैठक की। इस बैठक में में सीएम ने पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि 30 अक्टूबर तक यूपी की सड़कों को गड्ढा मुक्त बनाएं. साथ ही उनका कहना था कि कुछ ऐसा करें कि दीपावली तक काशी जगमग हो जाए।
दीवाली से पहले खास अभियान चलाने पर जोर
छठ पूजा को ध्यान में रखते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने वहां अधिकारियों को आदेश दिए कि छठ पूजा के मद्देनजर गंगा नदी के घाटों की सफाई के लिए विशेष अभियान चलाए जाएं। इतना ही नहीं काशी के लिए भी सीएम ने दीवाली से पहले खास अभियान चलाने पर जोर दिया। इस दौरान अभियान में सड़क, पार्क और खाली जमीनों को भी विकासति करने पर जोर दिया। सीएम योगी आदित्यनाथ ने बैठक के दौरान जिम्मेदार अधिकारियों कोयाद दिलाया कि पीएम नरेंद्र मोदी ने फरवरी 2019 में जिन परियोजनाओं का शिलान्यास किया था। उसमे से 13 परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं। सभी लोग कोशिश करें कि बाकी बची परियोजनाएं भी इसी वित्तीय वर्ष में पूरी हो जाएं।