जयपुर: पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने देश में आर्थिक मंदी के हालात को लेकर कहा कि देश को पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए हमें सुविचारित रणनीति की जरूरत है। उन्होंने केंद्र सरकार से कहा कि बदले की राजनीति बंद कर विचारशील लोगों से बात करें।
जयपुर शहर के पास स्थित जेके लक्ष्मीपत विश्वविद्यालय में शनिवार को उनका सम्मान समारोह आयोजित किया गया था। इसमें डॉ. सिंह ने कहा कि आज हमारी अर्थव्यवस्था कुछ धीमी पड़ गई है। सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की दर गिर रही है। निवेश की दर स्थिर बनी हुई है। किसान परेशान है। बैंकिंग व्यवस्था भी संकट में है और बेरोजगारी तेजी से बढ़ रही है। ऐसे हालात में पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के लिए हमें बहुत सुविचारित राष्ट्रीय रणनीति की जरूरत है।
पूर्व प्रधानमंत्री ने अर्थव्यवस्था के मौजूदा हालात के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि सरकार के कुप्रबंधन के कारण अर्थव्यवस्था चिंताजनक स्थिति में पहुंच गई है। उन्होंने कहा कि हालात चिंताजनक हैं।
पिछली तिमाही में GDP की दर पांच प्रतिशत रहना इस बात का संकेत है कि हम मंदी के बीच हैं। उन्होंने कहा कि भारत इससे ज्यादा तेजी से विकास कर सकता है, लेकिन केंद्र सरकार के कुप्रबंधन ने मंदी के हालात पैदा कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि हमारे युवा, किसान, मजदूर, निम्न वर्ग के लोगों और उद्यमियों को ज्यादा बेहतर अवसर चाहिए।
भारत ऐसे हालात में लंबे समय तक नहीं रह सकता है, इसलिए मेरा सरकार से आग्रह है कि बदले की राजनीति बंद करे और विचारशील लोगों से मिलकर उनकी बात सुने, ताकि अर्थव्यवस्था को इस मानवजनित संकट से उबारा जा सके।