रायबरेली और अमेठी से आशुतोष गुप्त: कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका वाड्रा मंगलवार की रात नौ बजे के करीब अमेठी जिले के शिवरतनगंज थाना क्षेत्र के भिखारीपुर गांव पहुंच पुलिस हिरासत में मृत राम अवतार के घर पहुंचीं। प्रियंका ने पीड़ित परिवारीजन से मुलाकात कर ढांढस बंधाया। वह मृतक के परिवारीजन के बीच जमीन पर ही बैठ गईं और 25 मिनट तक उनसे बातचीत की और परिवारीजन से मामले की जानकारी हासिल की। मृतक के पिता से भी बात करते हुए पूरे हालात सुन प्रियंका भावुक दिखीं। प्रियंका ने मृतक की दादी व बहन को गले से लगाकर सांत्वना दी।
परिवारीजन से मिलने के बाद बाहर निकलने पर प्रियंका ने कहा कि प्रदेश में अराजकता फैली है और पुलिस आम जनता को मार रही है। ऐसी घटनाएं प्रदेश के कई स्थानों पर हो चुकी हैं। एक व्यक्ति को पुलिस ने चार दिनों तक हिरासत में रखा और मार दिया गया। यह सरासर अन्याय है। उन्होंने दोषियों के खिलाफ 24 घंटे में हत्या और दलित उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज कर आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग की और कहा कि यदि ऐसा न हुआ तो हमारी पार्टी द्वारा थाने का घेराव करेगी। प्रियंका ने सारे मामले की जिम्मेदारी पीसीसी सदस्य प्रदीप सिंघल को सौंपते कहा कि पूरे प्रकरण की जानकारी प्रतिदिन उपलब्ध कराएं। उन्होंने क्षेत्राधिकारी से भी इस बाबत जानकारी ली और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की बात की।
प्रियंका वाड्रा पहले रायबेरेली शहर से करीब 14 किलोमीटर दूर लालूपुर गांव स्थित कांग्रेस की विधायक अदिति सिह के घर पहुंचीं। उन्होंने पांच बार सदर विधायक रहे अखिलेश सिंह के निधन पर शोक संवेदना जताया। प्रियंका अदिति की मां वैशाली, बहन दिव्यांशी और चाचा कमलेश सिंह से मिलीं। उनके साथ सदैव खड़े रहने की बात कही। कुल 27 मिनट रुकने के बाद प्रियंका की गाड़ी कोठी के अंदर से ही निकल गई। यहां से वह करीब 22 किलोमीटर दूर भुएमऊ गेस्ट हाउस पहुंचीं और पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं से मुलाकात करती रहीं। करीब दो बजे कांग्रेस महासचिव का काफिला लालगंज की ओर रवाना हुआ। वहां तीन बजे वे आधुनिक रेलकोच कारखाना के कर्मचारियों के उस मंच पर पहुंची, जो निगमीकरण के विरोध में बनाया गया है। प्रियंका ने वहां 12 मिनट के संबोधन में केंद्र सरकार पर निशाना साधा।
प्रियंका वाड्रा का कार्यक्रम यूं तो लालगंज तक ही सीमित था, लेकिन पार्टी के नेताओं से जब वे दोपहर बाद मिलीं तो अमेठी के भी हालात पर चर्चा हुई। इसके बाद कांग्रेस महासचिव का कार्यक्रम परिवर्तित हो गया। उनके वापसी का समय रात को रखा गया। इसके बाद अमेठी और रायबरेली के चुनिंदा नेताओं व कार्यकर्ताओं के साथ प्रियंका ने बैठक की। इसमें संगठन को शक्तिशाली बनाने के साथ-साथ सरकार की असहज नीतियों का विरोध और पीड़ितों की हर तरह से मदद की बात कही गई। रात करीब आठ बजे प्रियंका गेस्ट हाउस से रवाना हो गईं।