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बिहार में नाजुक है BJP-JDU का गठबंंधन, क्राइम को लेकर BJP ने नीतीश सरकार पर दागा सवाल, JDU ने दी नसीहत

बिहार में बढ़ते क्राइम और अकाढ़ीगोला में भाजपा नेता अमित की दिनदहाड़े हत्‍या ने पार्टी को दुखी कर दिया है। इसे लेकर भाजपा के वरीय नेता रामेश्‍वर चौरसिया ने बिहार में अपनी ही एनडीए सरकार पर सवाल उठाए हैं। उन्‍होंने कहा कि बिहार में पुलिस का इकबाल खत्‍म हो गया है। अपराधी लगातार चुनौती दे रहे हैं। वहीं भाजपा नेता के इस सवाल पर एनडीए में शामिल जदयू ने संयम से काम लिया है। जदयू महासचिव केसी त्‍यागी ने भाजपा नेता को नसीहत दी है।

बिहार में क्राइम ग्राफ में अचानक इजाफा

दरअसल इन दिनों बिहार में क्राइम ग्राफ में अचानक इजाफा हो गया है। शायद ही कोई जिला हो, जहां हत्‍या की वारदात नहीं हो रही है। गोपालगंज में गुरुवार को पेट्रोल पंप के मालिक की दिनदहाड़े हत्‍या हो गयी। गुरुवार को ही जब नासरीगंज के भाजपा नेता व व्‍यवसायी अमित कुमार की अकाढ़ीगोला में दिनदहाड़े हत्‍या कर दी, तो भाजपा के लोग तिलमिला गए। इसे लेकर भाजपा के वरीय नेता व नोखा के पूर्व विधायक रामेश्‍वर चौरसिया ने नीतीश सरकार को ही कठघरे में खड़ा कर दिया।

पुलिस का इकबाल बिहार में खत्‍म

भाजपा नेता रामेश्‍वर चौरिसिया ने कहा कि भाजपा नेता अमित की जिस तरह अपराधियों ने दिनदहाड़े हत्‍या की है, उससे साबित हो गया है कि रोहतास जिला मे पुलिस अपराध नियंत्रण में विफल साबित हो रही है। पुलिस का इकबाल बिहार में खत्‍म हो गया है। सूबे में कानून के राज को कायम रखना हर पुलिस अधिकारी व कर्मी का कर्तव्य है।

वे यहीं पर नहीं रुके। उन्होंने कहा कि अपराधियों के सामने पुलिस बौना बन गई है। माफिया से सांठ-गांठ कर पुलिस शराब की बिक्री व अवैध बालू बेचवाने में लगी रहती है। दिन में गश्ती के नाम पर बालू लदे ट्रकों व ट्रैक्टरों से वसूली होती है। उन्‍होंने कहा कि अगर पुलिस की हनक होती तो अपराधी दिनदहाड़े इस तरह की घटना का अंजाम नहीं देते। उन्होंने कहा कि हमने इसकी जानकारी सीएम व डिप्‍टी सीएम को भी दी है और अपराधियों पर लगाम लगाने की मांग की है।

उधर भाजपा का यह सवाल जदयू पर नागवार गुजरा है। जदयू के महासचिव केसी त्‍यागी ने मीडिया से बात करते हुए रामेश्‍वर चौरसिया को नसीहत दी है। त्‍यागी ने कहा कि रामेश्‍वर चौरसिया भाजपा के वरीय नेता है। उन्‍हें इस तरह के बयानों से बचना चाहिए। उन्‍होंने कहा कि वे चाहें तो साफ-सुथरे तरीके से विरोध कर सकते हैं। वरना ऐसे बयानों से विरोधियों को फायदा होगा।

द फ्रीडम स्टॉफ
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