नई दिल्ली : केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आम आदमी पार्टी नेता और कवि कुमार विश्वास पर किया मानहानि का मुकदमा वापस ले लिया है। इसके साथ ही कई महीनों से चल रहे इस मामले का अंत भी हो गया है। बता दें कि कुछ दिन पहले ही विश्वास ने अरुण जेटली को एक पत्र लिखकर पूरे मामले में अपना पक्ष स्पष्ट करते हुए खेद जताया था। इसी पत्र के आधार पर अरुण जेटली ने यह मुकदमा वापस ले लिया है।
जेटली ने केजरीवाल समेत आप के अन्य नेताओं पर उनके दिल्ली क्रिकेट एवं जिला संघ (DDCA) का अध्यक्ष रहने के दौरान वित्तीय अनियमितताओं का आरोप लगाने पर 10 करोड़ रुपए मानहानि मामला दर्ज किया था। विश्वास ने जेटली को लिखे पत्र में कहा था कि पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल के कहने पर ही उन्होंने और पार्टी के अन्य कार्यकर्ताओं तथा प्रवक्ताओं ने बातें दोहराई थीं। पत्र में आप नेता ने कहा कि अब केजरीवाल इस मामले में उनसे संपर्क में नहीं हैं। विश्वास ने लिखा कि पार्टी कार्यकर्ता होने के नाते ही उन्होंने केवल केजरीवाल की कही गयी बातों को दोहराया था।
झूठे हैं अरविंद
जेटली को लिखे पत्र में विश्वास ने केजरीवाल के लिए कहा, ‘अरविंद आदतन झूठे हैं और पार्टी कार्यकर्ता होने के नाते मैंने सिर्फ अरविंद की बात दोहराई थी।’ बता दें कि मानहानि केस में अरविंद केजरीवाल समेत अन्य सभी अभियुक्तों द्वारा माफी मांग लिए जाने के बाद विश्वास इस मामले में अकेले रह गए थे। इस पत्र में विश्वास ने स्पष्ट किया है कि किस तरह अरविंद केजरीवाल ने उन्हें, पार्टी कार्यकर्ताओं और देश को धोखे में रख कर कुछ तथाकथित सबूतों का हवाला देते हुए जेटली पर आरोप लगाए थे। विश्वास की चिट्ठी के आधार पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मानहानि मुकदमा वापस ले लिया है।