फतेहपुर: कभी गुंडाराज से मुक्ति दिलाने के नाम पर वोट मांगने वाली भाजपा के विधायक सत्ता के नशे में चूर हैं। लगातार प्रदेश से भाजपा विधायकों की गुंडई के कारनामें सुनने को मिल रहे हैं। हालिया मामला फतेहपुर का है जहां भाजपा के सदर विधायक विक्रम सिंह ने विद्युत विभाग के एसडीओ अवनीश अग्रहरि से मारपीट की। अधिकारी ने जब मारपीट की शिकायत दर्ज करानी चाही तो सत्ता के आगे बेबस पुलिस ने शिकायत दर्ज नहीं की।मुकदमा न लिखे जाने से नाराज कर्मचारियों ने धरना प्रदर्शन कर शहर की विद्युत आपूर्ति बंद कर दी जिससे भीषण गर्मी में लोग बेचैन हो उठे।
रविवार को हाईडिल कालोनी में उत्तर प्रदेश विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के तत्वावधान मे बीजेपी विधायक विक्रम सिंह द्वारा एसडीओ अवनीश अग्रहरि के साथ मारपीट किये जाने और विधायक के खिलाफ पुलिस द्वारा कोतवाली में मुकदमा न दर्ज किये जाने से आक्रोशित कर्मचारियों ने सुबह 9 बजे से ही विद्युत आपूर्ति बन्दकर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया जिसके बाद एसडीएम व सीओ नाराज कर्मचारियों को समझाने के लिए कई बार प्रयास किया लेकिन आक्रोशित कर्मचारियों ने विधायक पर मुकदमा दर्ज किये जाने तक धरना प्रदर्शन जारी रखने की बात कई।
वहीं पीड़ित एसडीओ का कहना रहा कि सदर विधायक विक्रम सिंह ने उन्हें फोन करके अपने आवास बुलाया और लाइट ना आने की वजह पूछी। अचानक से विधायक ने अवनीश को गाली गलौज के साथ थप्पड़ मार दिया। अवनीश जब विधायक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के लिए कोतवाली गये जहां उनके ऊपर समझौता करने का दबाव बनाते हुए मुकदमा लिखने से इंकार कर दिया गया। जिससे नाराज होकर साथी कर्मचारियों ने अभिशाषी अभियंता प्रथम प्रभाकर पाण्डेय की मौजूदगी मे शहर की विद्युत आपूर्ति बंदकर धरने पर बैठ गये। धरना देने वालों ने धमकी दी कि जब तक विधायक के ऊपर कार्यवाही नहीं होती तब तक धरना जारी रहेगा।
वहीं राज्य मुख्यालय से बिजली मामले का संज्ञान लिया गया तो लगभग 9 घंटे बाद विभाग के अधिकारियों ने तत्काल आपूर्ति बहाल कर दी और विधायक के खिलाफ खोला गया मोर्चा धरा की धरा रहा गया। वहीं इस मामले मे सदर विधायक विक्रम सिंह ने सभी आरोपों को गलत ठहराते हुए बिजली विभाग की मनमानी पर सवाल खड़े कर दिए।